#2. 60, इंजमाम उल हक vs न्यूजीलैंड, ऑकलैंड, 1992:
वर्ल्ड कप 1992 के पहले सेमीफाइनल मुक़ाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ 263 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने 140 रन पर 4 विकेट खो दिए थे। 6वें नम्बर पर बल्लेबाजी करने आए 22 वर्षीय इंजमाम उल हक जावेद मियांदाद का साथ देने क्रीज पर उतरे। उस समय पाकिस्तान को जीत के लिए 123 रनों की दरकार थी। इंजमाम उल हक ने इडेन पार्क के चारों तरफ शॉट लगाना शुरू कर दिया और 37 गेंदों पर 60 रनों की पारी खेल डाली। लेकिन लक्ष्य से से 36 रन पहले वे रनआउट हो गए। बाद में जावेद मियांदाद और मोईन खान ने मिलकर इस मैच में जीत दिलाई और फाइनल में प्रवेश किया।
#1. 91*, एमएस धोनी vs श्रीलंका, 2011:
एमएस धोनी भारत के इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी द्वारा आयोजित सभी टूर्नामेंटों में जीत का खिताब हासिल किया है। एस धोनी ने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ युवराज सिंह से पहले बल्लेबाजी करने उतरे थे जबकि युवराज सिंह उस साल अच्छे फॉर्म में थे। लेकिन एमएस धोनी ने विराट कोहली के रूप में तीसरा विकेट गिरने के बाद भारतीय टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले लिया। उन्होंने इस मैच में 91 रनों की पारी खेली थी। जबकि लांग ऑन पर छक्का जड़कर भारत को 5 विकेट से जीत दिलाई थी।