जावेद मिंयादाद बैंगलोर टेस्ट के दौरान भारतीय अंपायर को जान से मारने वाला था, मैंने बचाया: इमरान ख़ान

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पाकिस्तान को इकलौता वनडे वर्ल्डकप दिलाने वाले इमरान ख़ान ने एक ऐसी बात कह डाली है जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे। क्रिकेट से राजनेता बने इमरान ख़ान ने पाकिस्तान में रैली के दौरान एक भाषण में कहा कि ‘’जावेद मिंयादाद बैंगलोर टेस्ट के दौरान भारतीय अंपायर को जान से मारने वाला था, मैंने बचाया।‘’ दरअसल, तहरीक-ए-इनसाफ़ (PTI) के प्रमुख इमरान ख़ान कराची में एक रैली के दौरान भारत से पाकिस्तान गए मोहाजिरों की तारीफ़ में भाषण दे रहे थे। मियांदाद भी मोहाजिर हैं, यानी ऐसे पाकिस्तानी जो बटवारे के समय भारत छोड़कर पाकिस्तान में बस गए। ''जावेद मियांदाद मोहाजिर होते हुए भी अपने देश के लिए जान ले सकता था ये दे सकता था, उसे देश की ओर से खेलने में फ़क्र होता था। मियांदाद बैंगलोर टेस्ट के दौरान एक भारतीय अंपायर को जान से मारने वाले थे, मैंने जाकर उसे रोका और अंपायर को बचाया। हम बार बार अपील कर रहे थे और भारतीय अंपायर हमारी अपीलों को ख़ारिज कर रहे थे। जावेद मियांदाद शॉर्ट लेग की ओर फ़ील्डिंग कर रहा था, और ऐसा देखते देखते उसे बहुत ग़ुस्सा आ गया। मैंने उसे समझाया वरना ये ख़बर बन जाती कि एक पाकिस्तानी खिलाड़ी ने भारतीय अपंयार का क़त्ल कर दिया।'' :इमरान ख़ान इमरान ख़ान यहीं नहीं रुके, उन्होंने ये भी कहा कि मेरे पूरे क्रिकेट करियर के दौरान और जब मैं कप्तान था तो मेरे लिए अगर कोई सबसे ज़्यादा लड़ता था, तो वह था जावेद मियांदाद। ''जब मैं कप्तान था और जब भी मुझे मुश्किल वक़्त आता था, सबसे ज़्यादा मेरे और देश के लिए लड़ता था जावेद मियांदाद जिसे आप मोहाजिर कहते हैं। मुझे और पाकिस्तान को मियांदाद पर फ़क्र है।'' : इमरान ख़ान इमरान ख़ान जिस मैच का ज़िक्र कर रहे थे, वह 1987 में बैंगलोर में खेला गया था। पांचवें और आख़िरी टेस्ट में पाकिस्तान ने भारत को 16 रनों से शिकस्त देकर सीरीज़ भी 1-0 से जीत ली थी। इमरान ख़ान को 'मैन ऑफ़ द सीरीज़' से भी नवाज़ा गया।