इन 5 सलामी जोड़ियों से खौफ खाते थे दिग्गज गेंदबाज

Enter caption

क्रिकेट में अकसर एक बड़ी पारी टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा देती है। अगर यह पारी सलामी जोड़ी की हो तो फिर क्या कहने। अच्छी शुरुआत के बाद ही टीम बड़े स्कोर की कल्पना करती है या किसी बड़े स्कोर का पीछा करते हुए जीत दर्ज करती है। अगर शुरुआत खराब रहे तो बाकी बचे बल्लेबाज भी दबाव में खेलने लग जाते हैं। ऐसे में आज चर्चा उन दमदार सलामी जोड़ियों की करते हैं जिनसे दिग्गज गेंदबाज भी खौफ खाते थे।


5. एडम गिलक्रिस्ट और मार्क वॉ

Enter caption

गिलक्रिस्ट को दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है। वे एक समय में सलामी जोड़ी के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी का आगाज करते थे। उनकी आक्रमकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन दोनों ने तब के नामी गेंदबाज पाकिस्तान के वसीम अकरम और शोएब अख्तर को 1999 विश्व कप में जमकर धोया। चार साल तक ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी का आगाज करने वाली इस जोड़ी ने 93 पारियों में 41.43 के औसत से 3853 रन बनाए। इस दौरान उन्होने आठ शतकीय औऱ 20 अर्धशतकीय साझेदारी की।

4. वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर

Enter caption

सहवाग और तेंदुलकर की सलामी जोड़ी काफी मशहूर थी। एक तरफ सचिन थे जिनके पास धैर्य और कई सारे शॉट थे तो दूसरी तरफ सहवाग थे जिन्हें सिर्फ एक ही मंत्र पता था, गेंद आए तो उसे बाउंड्री के बाहर भेजना है। इस जोड़ी ने कई मैचों में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की। एक दिवसीय मैचों की 57 पारियों में इस जोड़ी ने 43.19 की औसत से 2459 रन बटोरे। इसमें नौ शतकीय और 10 अर्ध शतकीय पारियां शामिल हैं।

3. मर्वन अट्टापट्टू और सनथ जयसूर्या

Enter caption

जयसूर्या और अट्टापट्टू की जोडी भी कमाल थी। एक समय में जब श्रीलंका की टीम स्वर्णिम दौर से गुजर रही थी तब जयसूर्या और अट्टापट्टू की सलामी जोड़ी भी खूब रन बोटर रही थी। जयसूर्या को एक बेहद ही आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर जाना जाता है लेकिन उनके जोड़ीदार अट्टापट्टू काफी धैर्य और सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी करते थे। इस सलामी जोड़ी ने 79 इनिंग में 43.92 के औसत से 3382 रन बनाए। इसमें आठ शतकीय और 19 अर्धशतकीय पारी शामिल हैं।

2. एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन

Enter caption

एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हैडन की सलामी जोड़ी को भरोसेमंद जोड़ियों में शामिल किया जाता है। इन दोनों का मैच के पहले 10 ओवर तक खेलने का मतलब होता था कि ऑस्ट्रेलिया या तो मैच जीतता या फिर एक बड़ा स्कोर बनता। ये दोनों बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटते। इन दोनों की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया को 2003 और 2007 का विश्वकप जीतने में अहम भूमिका निभाई। इन दोनों ने 114 पारियों में 16 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारी की बदौलत 5372 रन बनाए। इन दोनों के बीच साझेदारी में रन बनाने का औसत लगभग 51 का था।

1 सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली

Enter caption

सौरव और सचिन की सलामी जोडी के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ियों में गिना जाता है। बाएं और दाएं हाथ के इस साझीदार से दुनिया के दिग्गज गेंदबाज भी खौफ खाते थे। जब ये दोनों क्रिज पर होते तो अच्छे-अच्छे गेंदबाजों की शामत आ जाती थी। इस जोड़ी की सबसे खास बात है कि इसने देश हो या विदेश दोनों जगह रन बनाए हैं। इन दोनों की जोडी ने भारत के लिए 136 मौचों में ओपनिंग की है। इस दौरान इन्होंने 49.32 के औसत से 6609 रन बनाए। इस दौरान इन्होंने 21 शतकीय और 23 अर्धशतकीय साझेदारी की।