ICC की स्टार स्पोर्ट्स के साथ होने वाली मीटिंग में आज इस बात का फैसला लिया जा सकता है कि 2020 से पहले 2018 में भी शायद टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाए। अगर खबरों की माने तो 2007 के बाद एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका में वर्ल्ड टी20 खेला जा सकता है। ICC वर्ल्ड टी20 के सफलता को देखते हुए इसे हर दो साल पर ही आयोजित करने पर विचार कर रही है। अब इस बार का फैसला इस बात पर निर्भर करता है कि क्या 2020 के अलावा स्टार स्पोर्ट्स दो और वर्ल्ड टी20 (2018 और 2022) के प्रसारण के लिए तैयार होगा या नही। इसके अलावा मुख्य टूर्नामेंट में टीमों की संख्या भी बढ़ने की सम्भावना है। 2018 और 2022 में होने वाले इन टूर्नामेंट को सितम्बर-अक्टूबर में आयोजित किया जा सकता है क्योंकि वो स्लॉट पहले से चैंपियंस लीग के लिए बुक थी लेकिन अब चूँकि चैंपियंस लीग का आयोजन बंद हो चुका है तो इसलिए इस समय पर वर्ल्ड टी20 होगा। अगर दक्षिण अफ्रीका में किसी कारणवश टूर्नामेंट न हो सका तो फिर इसे यूएई में खेला जा सकता है। दक्षिण अफ्रीका और युएई को मेजबानी के लिए इस कारण से महत्त्व दिया जा रहा है क्योंकि इन दोनों ही देशों का टाइम जोन भारत के प्राइम टाइम से ज्यादा अलग नही है और इस कारण से टीवी पर मैच देखने वालों की संख्या काफी अच्छी रहेगी। इंग्लैंड के नाम पर विचार नही किया गया है क्योंकि 2019 में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप की मेजबानी पहले ही उन्हें मिल चुकी है। 2018 का महिला वर्ल्ड टी20 वेस्टइंडीज में खले जाएगा। ICC के इस फैसले के कारण एसोसिएट देशों को भी फायदा मिलेगा क्योंकि अपनी प्रतिभा को सही तौर दिखाने का उन्हें भी इससे बेहतर मौका नही मिल सकता है। मुख्य टूर्नामेंट में टीमों की संख्या बढ़ने से इन टीमों के बीच आपस में काफी कड़ा मुकाबला होगा।