महिला प्रीमियर लीग (WPL 2023) का दूसरा मुकाबला रविवार (6 मार्च) को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला गया। मुंबई के ब्रेबॉन स्टेडियम में खेले गए इस मैच दिल्ली की टीम ने बैंगलोर को 60 रनों से शिकस्त दी। वहीं, इस मैच के दौरान डब्ल्यूपीएल में पहली बार डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) का इस्तेमाल कमर से ऊपर की नो-बॉल के लिए किया गया। दिल्ली कैपिटल्स की बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने पहली बार कमर से ऊपर गई गेंद को नो बॉल की जांच के लिए डीआरएस की मांग की।
यह घटना डीसी बनाम आरसीबी मैच की पहली पारी में हुई। पहली पारी के अंतिम ओवर में खेल रही जेमिमा मेगन शूट की गेंद के सामने झुक गई और गेंद को लेग साइड की ओर स्लॉग करने की कोशिश की। इस फुल टॉस गेंद पर जेमिमा एक घुटने पर झुक गईं जिससे गेंद उनकी कमर से काफी ऊपर से गई। ऑन-फील्ड अंपायर ने इस गेंद को नो बॉल नहीं माना। लेकिन जेमिमा ने पहली बार अंपायर के फैसले को चुनौती देते हुए डीआरएस की मांग कर दी।
डीआरएस ने गेंद की उछाल और संभावित प्रभाव के बिंदुओं की जांच करने के लिए बॉल ट्रैकर का इस्तेमाल किया जिससे पता चला कि गेंद जेमिमा को पार कर सीधे स्टंप पर गिर रही थी। बॉल ट्रैकर डाटा के अनुसार, डिलीवरी तेजी से नीचे आ रही थी और इससे जेमिमा की कमर के नीचे का हिस्सा प्रभावित होता।
वहीं, सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रेमियों ने नो बॉल कॉल के खिलाफ रेफरल की सराहना की। वह भारतीय क्रिकेट में तकनीक की प्रगति की प्रशंसा कर रहे हैं। संयोग से आईपीएल 2022 सीजन में, दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने ऑन-फील्ड अंपायर द्वारा बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल के पक्ष में कमर की नो बॉल कॉल नहीं दिए जाने के बाद अपनी टीम को वापस बुलाने का इशारा किया था।
WPL के नियमों के अनुसार, खिलाड़ियों को वाइड और नो बॉल को चुनौती देने के लिए डीआरएस का उपयोग करने की अनुमति है। टूर्नामेंट के पहले मैच में हरमनप्रीत कौर ने भी मैदानी अंपायर के वाइड बॉल कॉल को पलटने के लिए डीआरएस का इस्तेमाल किया था।
बता दें कि जेमिमा ने इस मैच में नाबाद 22 रन बनाकर दिल्ली कैपिटल्स को आरसीबी के खिलाफ 223 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में मदद की, जिससे टीम ने यह मैच 60 रनों से अपने नाम किया।