Wriddhiman Saha last Ranji Trophy Match: भारतीय क्रिकेट टीम में इस वक्त दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा के रिटायरमेंट की लगातार बातें की जा रही हैं। इन दोनों दिग्गजों के संन्यास की चर्चा के बीच टीम इंडिया में विराट कोहली की कप्तानी में लंबे समय तक खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने संन्यास की घोषणा कर दी है और वो अपना आखिरी रणजी मैच खेल रहे हैं।
बंगाल क्रिकेट टीम के इस दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज ने बंगाल और टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक क्रिकेट खेला है। भारतीय टीम से पिछले काफी समय से बाहर चल रहे रिद्धिमान साहा अपना आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे हैं। कोलकाता के ऐतिहासिक मैदान ईडन गार्डंस में बंगाल और पंजाब के बीच रणजी ट्रॉफी के इस चरण का मैच खेला जा रहा है।
रिद्धिमान साहा को आखिरी रणजी मैच में मिला खास सम्मान
विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा के इस मैच के लिए मैदान में उतरते ही उन्हें अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ ही विरोधी टीम पंजाब के खिलाड़ियों ने शानदार सम्मान देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया। रिद्धिमान साहा के करीब 18 साल के घरेलू क्रिकेट करियर का अंत होने जा रहा है। ऐसे में उनके मैदान में फील्डिंग के लिए उतरते ही बंगाल के खिलाड़ियों ने खास अंदाज में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। तो वहीं पंजाब के खिलाड़ियों ने साहा के बल्लेबाजी के लिए उतरने के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद इस दिग्गज खिलाड़ी को बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने भी सम्मान में गुलदस्ता भेंट किया तो साथ ही शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इतना ही नहीं साहा के लिए अंतिम मैच के मौके पर केक कटिंग भी किया गया। अपने राज्य के इस दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज के फेयरवेल को यादगार बनाने के लिए बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने हरसंभव प्रयास किया। इस अंतिम मैच की पहली पारी हालांकि साहा के लिए यादगार नहीं रही और वो खाता खोले बगैर ही पैवेलियन लौट गए।
ऐसा रहा है साहा का प्रथम श्रेणी करियर
भारत के 40 वर्षीय इस विकेटकीपर बल्लेबाज के करियर की बात करें तो उनका काफी शानदार प्रदर्शन रहा है। साहा ने 2007 में अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेला। इसके बाद से वो लगातार खेलते रहे और अब तक उन्होंने 141 मैच खेले हैं। इस ऐतिहासिक सफर के दौरान इस दिग्गज खिलाड़ी ने 41.68 की औसत से 7169 रन बनाए। साहा ने इस दौरान 14 शतक और 44 अर्धशतक लगाए। वहीं उन्होंने 344 कैच और 38 स्टंपिंग की है।