भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मिली जीत के बाद अपनी टीम और खिलाड़ियों की जमकर तारीफ़ की। कोहली ने तारीफों के सिलसिले को जारी रखते हुए भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के विकेटकीपिंग स्किल्स की सरहना की। साथ ही उनकी लॉअर ऑर्डर में बल्लेबाजी की भूमिका को भी सही ठहराया है। दिसम्बर 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट करियर से अलविदा कहने के साथ ही ऋद्धिमान साहा को पूर्णरूप से भारतीय टीम के विकेटकीपर की जिम्मेदारी सौंपी गई, जिस पर वह खरा उतरे हैं। कप्तान कोहली ने कहा कि ऋद्धिमान विश्व के सबसे शानदार ख़िलाड़ी बनने की राह पर है। वर्तमान समय में वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे बेहतरीन विकेटकीपर हैं। आप ने पिछले कुछ मैचों में उनकी उम्दा विकेटकीपिंग देखी होगी। वह मुश्किल मौकों को आसान बना देते हैं। विकेट के पीछे साहा अव्वल दर्जे के विकेटकीपर ख़िलाड़ी हैं। श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अपनी विकेटकीपिंग के बारे में ऋद्धिमान साहा ने कहा कि मैं टर्निंग पिचों पर विकेटकीपिंग करना काफी पसंद करता हूँ क्योंकि ज्यादातर गेंद आपके पास आने मौके होते है। आपको हर समय गेंद पर ध्यान देना होता है। मैं अश्विन और जडेजा के खिलाफ विकेटकीपिंग को बहुत मजे के साथ करता हूँ। साहा ने कप्तान कोहली के साथ रिव्यु लेने पर कहा कि विराट हमेशा रहाणे और मुझसे हर एक फैसले पर सोच विचार करते हैं। वह हमेशा हमसे फैसले को 100 प्रतिशत सच होने के बारे में पूछते हैं। अगर हम दोनों सही होते हैं, तो वह डीआरएस का इस्तेमाल करते हैं अन्यथा नहीं करते। टीम के हर ख़िलाड़ी पर कप्तान का भरोसा देखने लायक होता है, जिसमे विराट सबसे आगे पाए जाते हैं। विकेटकीपर के साथ ऋद्धिमान साहा ने भारतीय टीम के लिए पिछले कई सालों में उम्दा बल्लेबाजी भी की है। उनका निचले क्रम में बल्लेबाजी करना टीम के लिए फायदेमंद रहा है। टेस्ट करियर के 27 मैचों में साहा ने 30 से ऊपर के औसत से 1096 रन बनाये है साथ ही 52 कैच और 9 स्टंपिंग के साथ उन्होंने 61 शिकार भी अपने नाम किये हैं।