भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के प्रमुख विकेट कीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने ये ऐलान कर दिया है कि वो बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के इस सीजन में आगे नहीं खेलेंगे। साहा का नॉकआउट मुकाबलों के लिए बंगाल की टीम में चयन हुआ था लेकिन उन्होंने टीम की तरफ से खेलने से इंकार कर दिया है। साहा ने काफी दुखी मन से ये फैसला लिया है।
ऋद्धिमान साहा को टीम में रखने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के प्रेसिडेंट अविषेक डालमिया और कोच अरुण लाल ने काफी कोशिश की लेकिन साहा अपने फैसले पर कायम रहे। साहा इस बात से दुखी हैं कि पिछले साल क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने उनकी निष्ठा और समर्पण पर सवाल उठाए थे।
ऋद्धिमान साहा ने पूरे प्रकरण पर जताया दुख
स्पोर्टस्टार की खबर के मुताबिक ऋद्धिमान साहा ने कहा,
मेरे लिए ये काफी दुख की बात है कि काफी लंबे समय तक बंगाल की तरफ से खेलने के बाद मुझे इस तरह की चीजों से गुजरना पड़ रहा है। ये काफी निराशाजनक है कि लोग आपके बारे में इस तरह की बातें करते हैं और आपकी निष्ठा पर सवाल उठाते हैं। एक प्लेयर के तौर मेरे साथ ऐसी चीजें पहले कभी नहीं हुई थीं लेकिन अब ये हुआ है और मुझे इससे बाहर निकलना होगा।
मैंने बंगाल की तरफ से नहीं खेलने के बारे में कैब प्रेसिडेंट अविषेक डालमिया को पहले ही बता दिया था। लेकिन इसके बावजूद मैं उनसे निजी तौर पर मुलाकात करूंगा और सारी औपचारिकता पूरी करूंगा। मैंने कई सारे लोगों से बात की है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। अगले सीजन के लिए अभी भी टाइम बचा है।
गौरतलब है कि ऋद्धिमान साहा रणजी ट्रॉफी के पहले चरण में भी नहीं खेले थे। पहला चरण आईपीएल से पहले खेला गया था।