रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) पिछले कुछ महीनों में काफी ज्यादा चर्चा में रहे हैं। साहा को श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए जब भारतीय टीम से बाहर किया गया था उसके बाद से ही उनका नाम काफी ज्यादा चर्चा में आया था। इस दौरान साहा ने रणजी ट्रॉफी खेलने से भी मना कर दिया था और उसके बाद बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) की तरफ से उनकी कड़ी आलोचना हुई थी। साहा ने अब बंगाल की टीम को छोड़ दिया है और वह त्रिपुरा के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे।
इस बीच साहा ने उन कारणों का खुलासा किया है जिनकी वजह से उन्होंने बंगाल की टीम को छोड़ा है। साहा ने कहा,
जब कुशल दास ने मेरे बारे में टिप्पणी की थी तो मैंने अविषेक डालमिया से कुछ करने को कहा था। हालांकि, CAB ने कोई एक्शन नहीं लिया और इसके विपरीत उन्हें सम्मान दिए गए। इसका मतलब है कि किसी ने मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया। मुद्दा इतना गंभीर नहीं था कि इसे सुलझाया नहीं जा सकता था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे कभी बंगाल की टीम छोड़नी पड़ेगी। जब मुझे CAB से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो मुझे समझ आ गया कि मेरी कोई इज्जत नहीं बची है।
भारतीय टीम में नहीं होने वाला है साहा का चुनाव
37 साल के साहा को भारतीय टीम की ओर से साफ तौर पर बता दिया गया है कि भविष्य में उन्हें टीम के लिए नहीं चुना जाने वाला है। साहा ने खुद इस बात का खुलासा करते हुए कहा था कि हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी है। इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन के बावजूद साहा के नाम पर विचार नहीं किया गया और इंग्लैंड में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच के लिए केएस भरत और ऋषभ पंत को विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में चुना गया था।