‘वेस्टइंडीज़ दौरे ने जगाया मेरे अन्दर आत्मविश्वास’

क्रिकेट में खिलाड़ी अपने फॉर्म और टीम में अपनी जगह बनाने को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं। इस खेल में दिगज्जों का ऐसा मानना है कि जबतक आपका प्रदर्शन अच्छा चल रहा है आप टीम की ज़रुरत हैं पर जिस दिन आपका प्रदर्शन नीचे खिसका टीम को आपकी ज़रुरत नहीं। ये कोई लफ्ज़ी बातें नहीं बल्कि ऐसा कई बार देखा और सुना भी गया है और तो और कई बड़े बड़े खिलाड़ियों के साथ होता भी दिखा है। लेकिन इसके ठीक विप्रीत कुछ खिलाड़ियों का ये मानना है कि टीम में शामिल किये जाने और उसके बाद सही मौका मिलने पर बेहतरीन प्रदर्शन करने पर खिलाड़ियों के अन्दर पूरी तरह से आत्मविश्वास भी भर जाता है। ऐसा ही कुछ मानना है भारतीय टेस्ट टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज़ खेलने वाले ऋद्धिमान साहा का, जिन्हें एमएस धोनी के बाद टेस्ट टीम में खेलने का मौका मिला है। ऋद्धिमान साहा वेस्टइंडीज़ दौरे पर गई भारतीय टीम का हिस्सा थे। भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल में ही वेस्टइंडीज़ और फ्लोरिडा का दौरा किया है। वेस्टइंडीज़ में भारत ने 4 टेस्ट मैच की सीरीज खेली। पहले तीन टेस्ट पूर्ण रूप से संपन्न हुए पर चौथा मैच पूरी तरह बारिश और खराब मैदान की भेंट चढ़ गया। भारत तीन टेस्ट मैचों में 2-0 से अजयी बढ़त बना चुका था और चौथा टेस्ट मैच ड्रा पर ख़त्म हुआ, इस तरह से भारत ने 4 टेस्ट मैचो की सीरीज़ 2-0 से जीत हासिल की। साहा को टेस्ट सीरीज़ के चारों मैच में खेलने का मौका मिला और कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी कर उन्होंने टीम को मज़बूती भी प्रदान की। “मैं ये नहीं कहूंगा कि वेस्टइंडीज़ दौरे मेरे करियर का टर्निंग पॉइंट है लेकिन इतना ज़रूर कहूंगा कि जब भी मैं इसे याद करूँगा मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती जाएगी। मैंने कोई ज्यादा बड़ा स्कोर तो नहीं किया और मेरे जगह कोई दूसरा खिलाड़ी भी आ सकता है लेकिन मैं अपनी उस पारी से काफी संतुष्ट हूं क्यूँकि उस पारी की बदौलत मेरी टीम जीत का मज़ा चख पाई”: साहा