ऋद्धिमान साहा और उनकी विकेटकीपिंग क्षमता के बारे में काफी कुछ कहा जा चुका है और भारतीय क्रिकेट में उन्हें कुछ लोग विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से बेहतर भी मानते हैं। जहां 32 वर्षीय के सबसे तेज रेफ्लेक्सेस हैं, वहीं ऐसा लगता है कि वो सीमित ओवरों के कप्तान से रनआउट करने वाले विभाग की बारीकियां सीख रहे हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच विशाखापट्टनम में दूसरे टेस्ट का आज दूसरे दिन का खेल खेला जा रहा था। इंग्लैंड की पारी का 21वां ओवर डाला जा रहा था जो रविंद्र जडेजा अपने चिर-परिचित अंदाज में तेजी से पूरा कर रहे थे। कुछ फ्लाइट गेंदों के बाद बाएं हाथ के गेंदबाज ने शॉर्ट लेंथ की गेंद डाली, जिस पर रूट ने मिडविकेट की दिशा में शॉट खेलकर तेजी से एक रन पूरा किया। रूट के साथ उस समय हसीब हमीद नॉन स्ट्राइकर छोर पर मौजूद थे। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरा रन लेने की ठानी, लेकिन अपना डेब्यू मैच खेल रहे जयंत यादव ने काफी चुस्ती से फील्डिंग करके विकेटकीपर की दिशा में थ्रो किया। हसीब हमीद और रूट के बीच तालमेल की गड़बड़ी भी साफ दिखी। जयंत यादव को तेजी से गेंद की तरफ दौड़ता देख आधी क्रीज पर आ चुके रूट ने हमीद को अपने छोर पर वापस जाने का कॉल किया। हमीद बीच पिच पर थोड़ा सा फिसल गए। साहा के पास रनआउट करने का सुनहरा मौका आया, लेकिन थ्रो सटीक नहीं था। मगर साहा ने कुछ और ही ठान रखी थी। वे दो से तीन कदम आगे बढ़े और थ्रो पकड़कर स्टंप्स की तरफ फेंक दिया। गेंद सीधे जाकर स्टंप्स पर लगी। युवा बल्लेबाज ने डाइव भी लगाई, लेकिन साहा तब तक अपना काम पूरा कर चुके थे। वीडियो : देखिये किस तरह साहा ने धोनी के अंदाज में हसीब हमीद को किया रनआउट
भारत को सफलता मिली, लेकिन विकेटकीपर में धोनी की चतुराई का नमूना आज साहा ने सबके सामने फिर से प्रस्तुत किया। रांची के विकेटकीपर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे एकदिवसीय में रॉस टेलर को इसी अंदाज में आउट किया था। यह पहला मौका नहीं था जब धोनी ने विकेटकीपिंग में कुछ अनोखापन किया हो, लेकिन क्रिकेट जगत उनकी इस अदा पर फ़िदा है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अपने ट्विटर हैंडल पर इन दोनों घटनाओं का उल्लेख किया।
साहा का यह कदम फैंस के लिए आश्चर्य से कम नहीं था, लेकिन भारतीय टीम को इससे बड़ा फायदा जरुर मिला।