भारत (Indian Cricket Team) के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने पिछली बार दिलीप ट्रॉफी के दौरान साउथ जोन के खिलाड़ी रवि तेजा के साथ हुई अपनी बहस को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि आक्रामकता जरूरी है और मेरा माइंडसेट उसी तरह का है। जायसवाल के मुताबिक अब जो हो चुका है उस पर बात करने की कोई जरूरत नहीं है और मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता हूं।
दरअसल दिलीप ट्रॉफी 2023 में वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच मुकाबला खेला जा रहा था। साउथ जोन की टीम जब बल्लेबाजी कर रही थी तो इसी दौरान उनके बल्लेबाज रवि तेजा और यशस्वी जायसवाल के बीच कुछ कहासुनी हुई। यशस्वी जायसवाल लगातार बल्लेबाजों को स्लेज कर रहे थे और इसके लिए उन्हें अंपायरों ने वॉर्निंग भी दी। जब अंपायरों के मना करने के बावजूद यशस्वी जायसवाल नहीं रुके तब वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद यशस्वी नहीं माने। इससे गुस्सा होकर रहाणे ने उन्हें मैदान से बाहर भेज दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मैं अब इस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता - यशस्वी जायसवाल
यशस्वी जायसवाल ने हाल ही में लल्लनटॉप के साथ बातचीत के दौरान कहा "जो चीज हो चुकी है उस बारे में बात करने का क्या मतलब है। आक्रामकता जरूरी है और मैं मानसिक रूप से आक्रामक हूं। कई बार ऐसी चीजें हो जाती हैं। मैंने उस समय ज्यादा कुछ बड़ा नहीं कहा था लेकिन ऐसी चीजें हो जाती हैं। मैं इस बारे में अब कुछ नहीं कहना चाहता। मैं इसे अपने तक ही सीमित रखना चाहता हूं।"
आपको बता दें कि यशस्वी जायसवाल को इस मैच में दूसरी पारी में उनके जबरदस्त दोहरे शतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।