टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दो दोहरा शतक लगाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। यशस्वी जायसवाल ने बताया कि क्यों वो बड़ी पारी खेलने में कामयाब रहते हैं। यशस्वी के मुताबिक जब वो पूरी तरह से सेट हो जाते हैं तो फिर कोशिश करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा रन बनाया जाए।
भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में बेहतरीन दोहरा शतक लगाया। जायसवाल ने 236 गेंद पर 14 चौके और 12 छक्के की मदद से 214 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया।
मैं क्रीज पर लंबे समय तक टिकने की कोशिश करता हूं - यशस्वी जायसवाल
यशस्वी जायसवाल इस टेस्ट सीरीज में पहले भी दोहरा शतक लगा चुके हैं। उन्होंने अपने इस लगातार बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी। यशस्वी ने कहा,
जब भी मैं सेट हो जाता हूं तो फिर बड़ी पारी खेलने की कोशिश करता हूं। मैं कोशिश करता हूं कि सेट हो जाने के बाद जितना लंबा हो सके, उतना लंबा खेलूं। शुरुआत में यहां बल्लेबाजी करना मुश्किल था। मुझे रन नहीं मिल रहे थे और इसी वजह से मुझे पूरा सेशन खेलना था। इसके बाद जब मैं सेट हो जाता हूं तो फिर रन बना सकता हूं। मैंने अपनी प्लानिंग कर रखी थी कि कहां पर अपने शॉट्स खेलकर रन बना सकता हूं। कुछ देर खेलने के बाद मुझे बैक में भी दिक्कत हो रही थी। मैं मैदान से बाहर नहीं जाना चाहता था लेकिन जाना पड़ा। जब मैं वापस आया तो खुद को टाइम देने की कोशिश की। मुझे पता था कि अगर मैं क्रीज पर रहा तो फिर आगे काफी रन बना सकता हूं।
आपको बता दें कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक सीरीज में सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में यशस्वी जायसवाल पहले स्थान पर आ गए हैं। मौजूदा सीरीज में यशस्वी 22 छक्के लगा चुके हैं।