Team India players reaction on Yashasvi Jaiswal catch: भारत और इंग्लैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच गुरुवार को नागपुर में खेला गया। इस मैच में रोहित शर्मा एंड कंपनी ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम के लिए इस मैच में 2 खिलाड़ियों का डेब्यू भी देखने को मिला। जहां युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और तेज गेंदबाज हर्षित राणा को वनडे में पहली बार मौका मिला।
यशस्वी जायसवाल के कैच पर साथी खिलाड़ियों के रिएक्शन
भारतीय टीम के लिए टेस्ट में अपना रुतबा कायम कर चुके युवा होनहार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने इस मैच में वनडे डेब्यू किया। जहां भले ही यशस्वी बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके। लेकिन उन्होंने अपने एक कैच से हर किसी का दिल जीत लिया। भारत के इस युवा खिलाड़ी ने इंग्लैंड के बल्लेबाज बेन डकेट का मिडविकेट की तरफ पीछे भागते हुए शानदार कैच लिया। इस कैच को लेकर मैच के बाद टीम के साथी खिलाड़ियों के दिलचस्प रिएक्शन सामने आए।
हर्षित राणा समेत अक्षर और अर्शदीप ने दिए दिलचस्प रिएक्शन
यशस्वी जायसवाल के कैच को लेकर बीसीसीआई टीवी पर साथी खिलाड़ियों ने अपने रिएक्शन दिए, जिसमें डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज हर्षित राणा अक्षर पटेल के साथ मस्ती करते हुए कहा:
"मुझसे पूछा गया कि अगर मैं यशस्वी जायसवाल की जगह होता तो ये कैच ले पाता या नही। तो मैंने कह दिया कि ये कैच ले पाता।"
इसके बाद अर्शदीप सिंह ने यशस्वी के कैच को लेकर कहा,
"मुझे लगता है कि वो पहले भागता और मेरी तरह थोड़ा तेज भागता तो आराम से एक हाथ से भी कैच पकड़ सकता था। लेकिन क्रेडिट जाता है उसे कि उसने बहुत अच्छा कैच पकड़ा और बहुत अच्छा प्रयास फील्ड पर किया।"
टीम इंडिया के ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने इस कैच को लेकर कहा,
"मुझे ये लगता है कि आपने सही बंदे को पकड़ा है। क्योंकि मैं ही पीछे था। मैंने देखा कि अपना डेब्यूटांट कैसे पीछे से आ रहा है और उसने एक बाद नीचे देखा तो मुझे लगा कि शायद उसका फोकस चला गया है। लेकिन उसने जो स्ट्रेच करके कैच पकड़ा उसका एंगल और सबकुछ मैंने देखा था। मुझे लगता है कि बहुत बढ़िया कैच था। इसके बाद वहां पास में खड़े यशस्वी को देखकर अक्षर ने कहा, अरे शरमा क्यों रहा है, स्ट्रेच करके कैच पकड़ा है तो पकड़ा है भाई।"
फील्डिंग कोच ने भी दी प्रतिक्रिया
यशस्वी के कैच पर टीम इंडिया के फील्डिंग कोच टी दिलीप ने भी अपनी बात रखी और कहा,
"ऐसा था कि मैं उस तरफ था। गेंद हवा में जा रही था। ऐसा लगा कि गेंद जाते ही जा रहा है। जायसवाल तो भाग रहा है मगर बॉल भी जाते ही जा रहा है। मैंने बोला पकड़ ले बाबा, एक विकेट भी अहम है। एक अच्छा चीज है कि मुझे विश्वास था कि जायसवाल के हाथ अच्छे हैं। मैंने बोला पैर से पहुंच जा पकड़ लेगा कैच।"