अर्जुन तेंदुलकर ने अपने फर्स्ट क्लास करियर के डेब्यू मैच में ही शतक लगाकार एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2022/23 (Ranji Trophy) में गोवा की ओर से खेलते हुए राजस्थान के खिलाफ 207 गेंदों में 120 रनों की पारी खेली थी। सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन ने रणजी के डेब्यू मैच में शतक लगाने से पहले अपने पिता से नहीं बल्कि किसी और पूर्व खिलाड़ी के पिता से ट्रेनिंग ली थी।
अर्जुन ने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने से पहले युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह से ट्रेनिंग ली थी। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए योगराज सिंह ने बताया कि उन्होंने सिर्फ सचिन के अनुरोध करने पर ही उनके बेटे अर्जुन को ट्रेनिंग दी है।
योगराज सिंह ने बताया कि सितंबर के पहले हफ्ते में युवी ने मुझे कॉल किया और कहा कि डैड अर्जुन अगले दो हफ्ते चंडीगढ़ में रहेगा तो सचिन ने रिक्वेस्ट किया है कि अगर आपके पास टाइम हो आप अर्जुन को ट्रेनिंग दे दें।
इसके आगे योगराज सिंह ने बताया कि मैं सचिन को कैसे मना कर सकता हूं, वो मेरे बड़े बेटे जैसे हैं। लेकिन, मेरी एक शर्त थी। मैंने युवी को बताया कि तुम मेरे ट्रेनिंग देने का तरीका जानते हो और मैं किसी की दखलअंदाजी पसंद नहीं करता हूं।
योगराज सिंह ने देखी बैटिंग की कला
योगराज ने अर्जुन को बताया कि वो ये भूल जाए कि वो सचिन का बेटा है और अपने बेस्ट पोटेंशियल से ट्रेनिंग करें। बातचीत के दौरान योगराज ने बताया कि उन्होंने अर्जुन से कहा कि अगले 2 हफ्तों के लिए यह जरूर भूलना होगा कि वो सचिन के बेटे हैं। उन्हें अपनी पिता की छत्रछाया से निकलना होगा।
योगराज ने अर्जुन के खेल के बारे में बताया कि उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करने की जरूरत है, जो उनके गेम का एक बड़ा मुख्य हिस्सा है। मैंने जब उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखा तो मैंने तुरंत सचिन और युवराज को फीडबैक दिया। उन्होंने सचिन से पूछा कि वो उनकी बल्लेबाजी पर ज्यादा फोकस क्यों नहीं कर रहे हैं।
आपको बता दें कि अर्जुन की गेंदबाजी के चर्चे तो पिछले काफी महीनों से हो रहे हैं, लेकिन रणजी डेब्यू में शतक लगाने के बाद उनके बल्लेबाजी की चर्चा भी क्रिकेटिंग जगत में होने लगी है।