भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हाल ही में यह साफ़ कर दिया है कि आखिर वह अपने बेटे की शादी में क्यों नहीं आए थे। युवराज सिंह के पिता ने एक इन्टरव्यू में इस बात का खुलासा किया है। बताते चलें कि बाएं हाथ के बल्लेबाज़ के पिता उनकी शादी में नहीं पहुंच सके थे जिसके बाद से इस बात की चर्चा क्रिकेट के हर फैंस के होंठों पर है। युवराज सिंह की शादी में वैसे तो बड़ी-बड़ी हस्तियों ने शिरकत की थी लेकिन उनके पिता ने नहीं। युवराज सिंह के पिता जी योगराज सिंह ने ऑल इण्डिया राउंडअप के साथ एक इन्टरव्यू में कहा "मैं वास्तव में हैरान हूं, आज कल के पढ़े-लिखे लोग 'डेरा वाले बाबा' जैसी चीज़ों में विश्वास रखते हैं" युवराज के पिता के अनुसार उनकी पत्नी की डेरा वाले बाबा की ओर आस्था और विश्वास होने के कारण वह अपने बेटे की शादी में नहीं पहुंच सके थे। इसके बाद उन्होंने कहा "जिसको मैंने 16 सालों से खाना सिखाया और क्रिकेट खेलना सिखाया, उसने मुझे तोहफे में कुर्ता पायजामा भेंट किया है, मैंने अपने बेटे से सिर्फ एक ही सवाल किया, आपको क्रिकेट खेलना किसने सिखाया और कैंसर के मुश्किल पलों में आपका किसने साथ दिया" "क्या वह बाबा हैं या मैं?, ' मुझे बिलकुल समझ नहीं आ रहा कि मेरे बेटे युवराज ने अपनी क्रिकेट और जीवन की कामयाबी का श्रेय आखिर डेरा वाले बाबा को ही क्यों दिया": योगराज सिंह आपको बता दें कि युवराज सिंह की शादी को लेकर यह पहली समस्या नहीं है इसके अलावा उनकी शादी के निमंत्रण कार्ड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम गलत लिखा गया था जिसके कारण काफी आलोचनाएं हुई थीं। गौरतलब है कि युवराज सिंह और उनके पिता के बीच काफी मतभेद रहने लगा है। यह भी सच है कि युवराज सिंह के क्रिकेट करियर को संवारने वाले उनके पिता ही हैं। इसके अलावा इन दोनों के बीच मतभेद का पता इस बात से भी चलता है कि योगराज सिंह अपने बेटे की शादी में नहीं पहुँच सके थे। युवराज सिंह और हेज़ल की शादी 30 नवम्बर 2016 को चंडीगढ़ के एक गुरूद्वारे में सम्पन्न हुई थी।