भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने बैटिंग करते वक्त अपने एप्रोच के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि बल्लेबाजी करते वक्त वो टीम को सबसे पहले ध्यान में रखते हैं। रोहित शर्मा के मुताबिक टीम की जरूरत के हिसाब से ही वो खेलते हैं और उनके व्यक्तिगत उपलब्धि के कोई मायने नहीं होते हैं।
2007 में अपना डेब्यू करने वाले रोहित शर्मा इस वक्त सफेद गेंद की क्रिकेट में सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक हैं। वनडे और टी20 में उन्होंने जबरदस्त बल्लेबाजी की है। उनके नाम वनडे में तीन दोहरे शतक हैं और ये कारनामा करने वाले वो इकलौते बल्लेबाज हैं। इसके अलावा टी20 में भी वो चार शतक लगा चुके हैं। उन्होंने इन दोनों ही फॉर्मेट्स में कई जबरदस्त पारियां खेली हैं।
आपको टीम की जरूरत के हिसाब से ही खेलना होता है - रोहित शर्मा
t20worldcup.com पर इंटरव्यू के दौरान रोहित शर्मा ने अपनी बैटिंग को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा "2016 (जब आखिरी बार टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था) से लेकर अभी तक अब मुझे खेलने का काफी एक्सपीरियंस हो गया है। एक बल्लेबाज के तौर पर अब मैं काफी ज्यादा मैच्योर हो गया हूं। अब मुझे पता है कि टीम को क्या जरूरत है। आप हमेशा खुद से पहले टीम को रखते हैं और देखते हैं कि टीम को क्या चाहिए। आपको ये सोचना पड़ता है कि मेरे इस शॉट की जरूरत अभी टीम को है या नहीं है। जब आप पारी की शुरूआत करते हैं तो आपके पास सबसे ज्यादा गेंद खेलने का मौका रहता है और आप सबसे ज्यादा रन भी बना सकते हैं। यही वजह है कि टी20 में जितने भी शतक लगे हैं उनमें से सबसे ज्यादा टॉप थ्री ने बनाए हैं। मेरा भी काम वही रहता है।"