सुरेश रैना (Suresh Raina) भारत के दिग्गज क्रिकेटर में से एक रहे हैं। वो 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। सुरेश रैना ने अपने करियर में काफी नाम और शोहरत कमाया। हालांकि रैना का मानना है कि आपको किसी भी फील्ड में सफल होने के लिए किस्मत का साथ देना काफी जरूरी है।
सुरेश रैना ने कुछ महीने पहले द रणवीर शो में लक फैक्टर की अहमियत बताई थी। उन्होंने कहा था कि आज के दौर में मेहनत के साथ-साथ आपको लक की भी जरूरत होती है और आप तभी आगे बढ़ सकते हैं। रैना के मुताबिक कंपटीशन इतना ज्यादा है कि किस्मत के साथ की जरूरत होती है।
किस्मत का साथ देना काफी जरूरी है - सुरेश रैना
उन्होंने कहा था 'मेरे हिसाब से किस्मत का रोल काफी अहम होता है। मेहनत तो सभी करते हैं लेकिन किस्मत का साथ भी जरूरी होता है। जब आप मेहनत करते हैं तो फोकस अपने आप आ जाता है। अगर मेहनत नहीं करेंगे तो फोकस भी नहीं आएगा। लक इसलिए जरूरी है कि आज के दौर में हर दूसरा बच्चा सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली बनना चाहता है लेकिन अगर किस्मत साथ देगी तभी वो बन सकता है। मेहनत सब करते हैं और एक चीज होती है कि आपको पत चल जाता है कि ये होने वाला है। मेरे साथ भी ऐसा काफी टाइम हुआ था। इसलिए ऊपर वाले का आर्शीवाद काफी जरूरी है। ये सब दुआओं का खेल है।'
आपको बता दें कि सुरैना ने 15 अगस्त 2020 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने भारत की ओर से 226 वनडे में 5,615 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने पांच शतक और 36 अर्धशतक भी लगाए हैं। रैना ने 18 टेस्ट में 768 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने 78 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जिसमें 29.18 की औसत से 1,605 रन बनाए थे।