देशभक्ति की परिभाषा सबके लिए अलग होती है और सब अपने स्तर पर अपने देश के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम में भी सभी देशभक्त हैं पर महेंद्र सिंह धोनी की देशभक्ति उन्हें सबसे अलग करती है। भारतीय क्रिकेट टीम की यूनिफार्म में देखा होगा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली और ओपनर रोहित शर्मा जब बल्लेबाज़ी करने आते है तो उनके हेलमेट पर भारत का तिरंगा होता है लेकिन आप ने ये भी देखा होगा कि भारतीय विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हेलमेट पर कोई तिरंगा नहीं है। धोनी के हेलमेट ने सिर्फ बीसीसीआई का ही लोगो है | दरअसल इसका कारण यह है कि विकेटकीपर होने के कारण धोनी को अपना हेलमेट मैदान में नीचे रखना पड़ता है और नियमों के अनुसार किसी भी चीज़ पर अगर तिरंगा है तो उसे नीचे रखना तिरंगे का अपमान होता है। इस कारण धोनी ने यह निर्णय किया कि वह अपने हेलमेट पर तिरंगा नहीं लगवाएंगे। अगर धोनी तिरंगा अपने हेलमेट पर लगवाते तो वह हेलमेट ज़मीन पर नहीं रख सकते थे और बार-बार मैदान से बाहर भी नहीं भिजवा सकते, क्योंकि उससे समय काफ़ी ज़ाया होता है। धोनी का यह फैसला उनकी देशभक्ति का ही प्रतिक है। धोनी का अपने राष्ट्रीय ध्वज के प्रति उनका प्यार तो सब जानते हैं और उनमें देशभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी है। धोनी ने अनेक साक्षात्कार में कहा है कि अगर वह क्रिकेटर नहीं होते वह आर्मी में होते। इसी कारण से महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद प्राप्त है। धोनी अक्सर अपना खली समय भारतीय सेना के जवानों के साथ बिताते हैं, धोनी जवानों के साथ उनकी ही तरह ट्रेनिंग भी करते हैं।