युवराज-धोनी के शतकों की मदद से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में 2-0 की अजय बढ़त बनाई

भारतीय टीम ने गुरुवार को कटक के बाराबती स्टेडियम में खेले गए रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को दूसरे वन-डे में 15 रन से हराया। मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी की और 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 381 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने भी अच्छी प्रतिस्पर्धा दिखाई, लेकिन निर्धारित 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर 366 रन बना सकी। भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह (150) ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली और उन्हें इसके लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजय बढ़त बना ली है। सीरीज का तीसरा मैच औपचारिक रह गया है जो रविवार को कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स पर खेला जाएगा। विराट कोहली तीसरे भारतीय पूर्णकालिक कप्तान बने, जिन्होंने अपनी पहली वन-डे सीरीज जीती। इससे पहले सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। धोनी ने मैच बॉल उपहार स्वरुप विराट कोहली को सौंपी। इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनका यह फैसला तब सही साबित होते दिखा जब तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स ने लोकेश राहुल (5 रन), शिखर धवन (11 रन) और कप्तान विराट कोहली (8 रन) को महज 25 रन के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। युवराज का इंतजार हुआ ख़त्म यहां से अनुभवी बल्लेबाजों युवराज सिंह (150 रन) और महेंद्र सिंह धोनी (134 रन) ने मोर्चा संभाला। दोनों ने मेजबान को संकट से निकालते हुए बेहद मजबूती में पहुंचाया। इस बीच युवराज ने 2,132 दिन के बाद अंतर्राष्ट्रीय वन-डे मैच में शतक जमाया। युवराज ने 98 गेंदों में 15 चौके और एक छक्के की मदद से अपने करियर का 14वां शतक जमाया। इससे पहले उन्होंने 2011 विश्व कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाया था। वहीं धोनी ने 106 गेंदों में 9 चौके और तीन छक्कों की मदद से अपने वन-डे करियर का 10वां शतक जमाया। धोनी ने 55 पारियों के बाद सैकड़ा जमाया। युवराज और धोनी ने इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 256 रन की साझेदारी की, जो चौथे विकेट के लिए भारत की तरफ से दूसरी सर्वश्रेष्ठ है। मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय जडेजा ने चौथे विकेट के लिए ज़िम्बाब्वे के खिलाफ 275 रन की अविजित साझेदारी की थी जो रिकॉर्ड अब भी बरक़रार है। धोनी की आंधी चली वोक्स ने फिर युवराज को बटलर के हाथों कैच आउट कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 127 गेंदों में 21 चौके और तीन छक्कों की मदद से 150 रन बनाए। वहीं धोनी ने केदार जाधव (22) और हार्दिक पांड्या (19*) के साथ मिलकर टीम को 350 रन के पार लगाया। धोनी 122 गेंदों में 10 चौके और 6 छक्के लगाने के बाद लियाम प्लंकेट की गेंद पर विली को कैच थमाकर आउट हुए। पांड्या के साथ रविंद्र जडेजा (16) नाबाद रहे। इंग्लैंड की तरफ से क्रिस वोक्स ने सर्वाधिक चार विकेट लिए। लियाम प्लंकेट ने दो विकेट लिए। इंग्लैंड की ख़राब शुरुआत भारत द्वारा दिए 382 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत ख़राब रही क्योंकि जसप्रीत बुमराह ने घातक ओपनर एलेक्स हेल्स (15) को धोनी के हाथों की शोभा बनाया। पहला विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड ने जोरदार वापसी की और जेसन रॉय (82 रन) व जो रूट (54 रन) के अर्धशतकों की मदद से इंग्लैंड को फ्रंटसीट पर ला खड़ा किया। मॉर्गन की कप्तानी पारी पर पानी फिरा रॉय और रूट ने दूसरे विकेट के लिए 100 रन की साझेदारी की। अश्विन ने रूट को कोहली के हाथों कैच आउट कराकर खतरनाक होती इस साझेदारी को तोड़ा। रूट ने 55 गेंदों में 8 चौको की मदद से 54 रन बनाए। फिर रॉय और कप्तान इयोन मॉर्गन (102 रन) ने 42 रन की साझेदारी की, लेकिन शतक की तरफ अग्रसर जेसन को जडेजा ने क्लीन बोल्ड करके भारत की वापसी कराई। रॉय ने 73 गेंदों में 9 चौके और दो छक्कों की मदद से 82 रन बनाए। अश्विन ने बेन स्टोक्स (1) और जोस बटलर (10) को जल्दी-जल्दी आउट करके इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेला। मगर इंग्लैंड ने नाटकीय अंदाज में वापसी की और मैच को बेहद रोमांचक बना दिया। इसका श्रेय इंग्लिश कप्तान इयोन मॉर्गन के शतक तथा मोइन अली (55) की अर्धशतकीय पारी को जाता है। दोनों ने छठे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की। भुवनेश्वर कुमार ने अली को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा। अली ने 43 गेंदों में 6 चौको की मदद से 55 रन बनाए। कप्तान इयोन मॉर्गन ने एक छोर संभाले रखा और भारतीय कप्तान की चिंताए बढ़ाए रखी। हालांकि मॉर्गन अभाग्यशाली रहे और 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर रनआउट हो गए। उन्होंने 81 गेंदों में 6 चौके और 5 छक्कों की मदद से अपने वन-डे करियर का 9वां शतक जमाया। इंग्लैंड को अंतिम ओवर में 22 रन की दरकार थी, लेकिन भुवनेश्वर कुमार से सिर्फ 6 रन खर्च किये और भारत को जीत दिलाई। संक्षिप्त स्कोरकार्ड : भारत : 50 ओवर