युवराज सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए अपनी दावेदारी पेश की

भारतीय टीम से खराब फिटनेस के कारण बाहर चल रहे मध्य क्रम के बल्लेबाज युवराज सिंह ने अभी भी हार नहीं मानी है और टीम में वापसी के लिए वो पूरी कोशिश में लगे हुए हैं। युवराज सिंह को श्रीलंका में हुई एकदिवसीय सीरीज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था और उसके पीछे का कारण था कि युवी फिटनेस को परखने के लिए हुए 'यो-यो' टेस्ट को पास नहीं कर पाए थे। 'यो-यो' एंडूरेन्स नामक टेस्ट पास करने में असमर्थ रहने पर युवराज सिंह को भारतीय टीम में जगह नहीं मिली। इस टेस्ट में मौजूदा दौर में 19.5 या इससे ज्यादा का स्कोर जरुरी माना जाता है। कप्तान कोहली का स्कोर इसमें 21 रहा, वहीं युवराज का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। युवी सिर्फ 16 का स्कोर कर पाए। इसी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों का स्कोर 21 रहने का दावा किया जाता है। युवी ने हाल ही में अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर की, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वो वापसी करने के लिए खुद की फिटनेस पर कितना काम कर रहे हैं। युवराज सिंह की मां ने भी हाल ही में एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में इस बात को कहा था कि युवी टीम में न चुने जाने से निराश थे, लेकिन उन्होंने अभी भी बिल्कुल भी हार नहीं मानी है और उनका लक्ष्य टीम में एक बार फिर वापसी करने पर ही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कप्तान विराट कोहली का भी पूरा समर्थन मिला है, जिसके कारण उन्होंने इस साल की शुरूआत में टीम में वापसी की थी। हालांकि अगर फैंस इस वीडियो को ध्यान से देखेंगे, तो यह ट्रेनिंग काफी अलग है और इसका कारण है कि युवी खुद को 'यो-यो' टेस्ट में पास करने के लिए इस तरह से खुद को ट्रेन कर रहे हैं। 35 साल की उम्र में भी टीम में वापसी के लिए इतनी लगन देखकर ऐसा लगता है कि उनकी रनों की भूख अभी बाकी है। गौरतलब है कि यो-यो टेस्ट में 20 मीटर के गैप पर दो लाइन बना दी जाती है, खिलाड़ी का पांव एक लाइन के पीछे रहता है। बीप बजने के बाद खिलाड़ी को भागना होता है और समय के अनुसार हर राउंड में तेज दौड़ना होता है। दो बीप बजने के बाद निर्धारित समय में धीमा रहने वाला खिलाड़ी फेल घोषित कर दिया जाता है। आपको बता दें कि भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज शुरू होने से पहले बयान दिया था कि टीम में कोई भी खिलाड़ी वापसी कर सकता है, लेकिन उसके लिए उनका फिट होना काफी जरूरी है और वो 2019 में विश्व कप में सबसे अच्छी फील्डिंग साइड के तौर पर जाना चाहेंगे। मौजूदा वनडे सीरीज के बाद 3 टी20 मैचों के लिए भी टीम का एलान होना है और अगर युवी ने इस बार यो-यो टेस्ट को पास कर दिया तो हो सकता है कि एक बार फिर टीम में वापसी हो जाए। वैसे भी इस समय भारत का मध्य क्रम कुछ खास नहीं कर पा रहा और टीम ने युवी को ड्रॉप करने के बाद मनीष पांडे, केदार जाधव और के एल राहुल को 4 नंबर पर आजमाया है, लेकिन कोई भी खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से कप्तान की चिंता को दूर नहीं किया है। हालांकि अगर उन्हें टी20 में जगह न भी मिले, तो अगले महीने होने वाली न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जाने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम में मौका दिया जा सकता है। युवी ने इसी साल जनवरी में लगभग 3 साल बाद वापसी की थी और इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर की सबसे बेहतरीन 150 रनों की पारी खेली थी। हालांकि वो इस प्रदर्शन को ज्यादा समय के लिए जारी नहीं रख पाए और उन्हें वेस्ट इंडीज के खिलाफ हुई एकदिवसीय सीरीज के बाद से ही उन्हें टीम में नहीं चुना गया है। युवराज के पास अनुभव और टैलेंट की तो कमी वैसे भी नहीं है और अगर इस बार वो यो-यो टेस्ट में भी पास हो गए, तो 2019 विश्व कप तक भारत के लिए मिडल ऑर्डर की सारी परेशानियां दूर हो सकती है।

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