युजवेंद्र चहल ने शानदार प्रदर्शन का श्रेय विराट कोहली को दिया

भारतीय लेग स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल इंडिया 'ए' के साथ दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जा रहे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में चहल ने बताया कि आईपीएल 10 ने उनकी टीम रॉयल चैलेंजर बैंगलोर की अंक तालिका में अंतिम स्थान पर रहने की वजह से उनका आत्मविश्वास काफी प्रभावित हुआ था। चहल ने कहा "टीम लगातार हार रही थी, इस वजह से आईपीएल के दौरान मेरा आत्मविश्वास काफी गिर गया था। विराट पाजी और कोच डेनियल विटोरी ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया। इसके बाद मैं दोबारा अच्छा प्रदर्शन कर पाया।" पिछले एक साल में खेले अपने 3 एकदिवसीय और 6 टी20 मैचों में आक्रामक गेंदबाजी की वजह से चहल ने सभी को प्रभावित किया था लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी टीम में उन्हें जगह नहीं मिली। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद हुए वेस्टइंडीज दौरे में भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। अब चहल अपना पूरा ध्यान आने वाले दक्षिण अफ्रीका दौरे पर लगाना चाहते हैं। युजवेंद्र चहल वर्तमान में भारत के शानदार लेग स्पिन गेंदबाजों में एक हैं। भारत के लिए खेले अपने 3 एकदिवसीय मैचों में चहल ने 12.83 की औसत से 6 विकेट लिए है जहां उनकी इकॉनमी 4 से भी कम रही है। इसके अलावा चहल ने 6 टी20 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है जहां उन्होंने 7.25 की इकॉनमी से 11 विकेट झटके हैं। इस साल के शुरुआत में चहल ने इंग्लैंड के खिलाफ बैंगलोर में टी20 मैच की एक ही पारी में 6 विकेट चटकाए थे, इसके बाद उन्हें 'मैन ऑफ़ द सीरीज' का पुरस्कार भी मिला था। चहल का मानना है कि स्पिन गेंदबाज की असली परीक्षा सपाट पिचों पर होती है जहां गेंदबाज को विकेट से बिल्कुल घुमाव नहीं मिलता। इन पिचों में गेंदबाजी में विविधता से ही आप बल्लेबाजों को रोक सकते हैं। वेस्टइंडीज दौरे पर खुद से पहले कुलदीप यादव को टीम में जगह मिलने के बारे में चहल ने कहा "कुलदीप खास गेंदबाज हैं और चाइनामैन होना उनको एक चैंपियन गेंदबाज बनाता है और वो टीम में जगह पाने के योग्य हैं।" भारत 'ए' टीम को दक्षिण अफ्रीका 'ए' के खिलाफ 2 चार दिवसीय मैच खेलने हैं। इसके अलवा त्रिकोणीय सीरीज भी होने वाली था, जिसमें तीसरी टीम ऑस्ट्रेलिया 'ए' थी। बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच चल रहे कॉन्ट्रैक्ट विवाद की वजह से ऑस्ट्रेलिया ने दौरे पर आने से मना कर दिया है इसलिए त्रिकोणीय सीरीज पर कोई फैसला नहीं हो पाया है।