ज़िम्बाब्वे ने गॉल में खेले गए पांच एकदिवसीय मैचों की सीरीज के पहले मैच में मेजबान श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 316/5 का स्कोर बनाया था, जिसे ज़िम्बाब्वे ने 48वें ओवर में सिर्फ 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। श्रीलंका में ये किसी भी टीम का लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करने वाला सबसे बड़ा स्कोर है और 17 साल बाद गॉल में खेले गए एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय को ज़िम्बाब्वे ने और भी ऐतिहासिक बना दिया। 112 रनों की शानदार पारी खेलने वाले सोलोमन मीरे को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। ज़िम्बाब्वे ने अब सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया था। निरोशन डिकवेला पांचवें ओवर में ही 10 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन उसके बाद दनुश्का गुनातिलका (60) ने कुसल मेंडिस (86) के साथ दूसरे विकेट के लिए 117 रन जोड़े। मेंडिस ने इसके बाद उपुल थरंगा के साथ तीसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े। कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने थरंगा के साथ मिलकर पारी को तेज़ी दी और चौथे विकेट के लिए 74 रन जोड़कर टीम को 250 के पार ले गए। मैथ्यूज ने 43 रनों की तेज़ पारी खेली। उपुल थरंगा 79 रन बनाकर नाबाद रहे और असेला गुनारत्ने के साथ उनकी 56 रनों की साझेदारी ने श्रीलंका को 316 मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया। ज़िम्बाब्वे की तरफ से टेंडाई चटारा ने 2 और शॉन विलियम्स, ग्रेम क्रीमर और सोलोमन मीरे ने 1-1 विकेट लिया। जवाब में 11वें ओवर तक मेहमान टीम को 2 झटके लग चुके थे और हैमिलटन मासाकाद्ज़ा (5) के अलावा क्रेग एर्विन (18) पवेलियन में थे। यहाँ से सोलोमन मीरे ने शॉन विलियम्स के साथ तीसरे विकेट के लिए 161 रनों की बेहद महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई और ज़िम्बाब्वे को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। मीरे ने अपना पहला शतक पूरा किया और 112 रन बनाकर 33वें ओवर में आउट हुए। विलियम्स ने 65 रनों की उम्दा पारी खेली, लेकिन 35वें ओवर में 220 के स्कोर पर वो भी आउट हो गए। यहाँ श्रीलंका के पास मैच में वापसी का मौका था, लेकिन सिकंदर रज़ा (67*) ने मैल्कम वॉलर (40) के साथ पांचवें विकेट के लिए अविजित 102 रन जोड़े और टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी। सिकंदर रज़ा ने छक्का लगाकर टीम के लिए मैच जीता। श्रीलंका की तरफ से असेला गुनारत्ने ने 2 विकेट लिए। मलिंगा और अकिला धनंजय ने 1-1 विकेट लिया। स्कोरकार्ड: श्रीलंका: 316/5 (मेंडिस 86, थरंगा 79*) ज़िम्बाब्वे: 322/4 (सोलोमन मीरे 112, सिकंदर रज़ा 67*)