जून में स्कॉटलैंड और नीदरलैंड्स और उसके बाद ज़िम्बाब्वे के श्रीलंका दौरे के लिए 15 सदस्यीय एकदिवसीय टीम की घोषणा कर दी गई है। हैमिल्टन मासाकाद्ज़ा के अनुभव को ध्यान के रखते हुए उन्हें टीम में शामिल किया गया है। ग्रेम क्रीमर की कप्तानी वाली इस टीम में ऑलराउंडर और पूर्व कप्तान एल्टन चिगुम्बुरा को जगह नहीं मिली है। सलामी बल्लेबाज चामू चिभाभा को फिर से टीम से जगह दी गई है। 15 और 16 जून को ज़िम्बाब्वे की टीम स्कॉटलैंड के खिलाफ दो एकदिवसीय और उसके बाद 21, 23 एवं 25 जून को नीदरलैंड्स के खिलाफ तीन एकदिवसीय मुकाबले खेलेगी। इसके बाद टीम पांच एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और एक टेस्ट के लिए श्रीलंका के दौरे पर जाएगी। हैमिल्टन मासाकाद्ज़ा और सिकंदर रज़ा ने अफ़ग़ानिस्तान के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज में सिर्फ 1-1 ही मुकाबला खेला था और उन्हें फिर भी इस अहम दौरे के लिए टीम में जगह दी गई है। चिगुम्बुरा ने इस साल ज़िम्बाब्वे के लिए एक भी मैच नहीं खेला है और इसी वजह से शायद उन्हें मौका नहीं दिया गया है। वेलिंगटन मासाकाद्ज़ा को टीम में जगह नहीं दी गई है। क्रीमर की कप्तानी वाली इस टीम में चामू चिभाभा, हैमिल्टन मासाकाद्ज़ा, रयान बर्ल, सिकंदर रज़ा, टेंडाई चटारा, क्रेग एर्विन, सोलोमन मीर, पीटर मूर, तरिसाई मुसाकांडा, रिचर्ड एन्गारावा, डोनाल्ड तिरिपानो, मैलकम वॉलर, शॉन विलियम्स और क्रिस्टोफर म्पोफु को जगह मिली है और ये टीम आने वाले 10 मैचों में बढ़िया प्रदर्शन करना चाहेगी। ज़िम्बाब्वे की टीम आईसीसी रैंकिंग में फिलहाल 11वें स्थान पर हैं और उन्हें अगले साल अप्रैल में 2019 विश्व कप के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है। इंग्लैंड में होने वाले अगले विश्व कप के लिए रैंकिंग की टॉप 8 टीमें सीधे क्वालीफाई करेंगी, वहीं बचे हुए दो स्थानों के लिए 2018 में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट खेला जाएगा और ज़िम्बाब्वे के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उनका विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना मुश्किल होगा। क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में उन्हें वेस्टइंडीज, अफ़ग़ानिस्तान और आयरलैंड से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। 30 सितम्बर, 2017 की रैंकिंग के हिसाब से ये अंदाज़ा है कि दो बार की विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई नहीं कर पाएगी और उन्हें ज़िम्बाब्वे और बचे हुए एसोसिएट सदस्य देशों के साथ क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में खेलना है।