जून-जुलाई में होने वाले ज़िम्बाब्वे के श्रीलंका दौरे का पूरा कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। ज़िम्बाब्वे की टीम इस दौरे में 5 एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेलने के आलावा एक टेस्ट मैच भी खेलेगी। एकदिवसीय सीरीज की सबसे ख़ास बात ये होगी कि गॉल में 17 साल बाद सीमित ओवर क्रिकेट की वापसी हो रही है और पहले दो मैच वहीं खेले जाएंगे। इसके अलावा 2001-02 के बाद पहली बार ज़िम्बाब्वे की टीम श्रीलंका के दौरे पर एकदिवसीय सीरीज और टेस्ट खेलने आ रही है। अगर हम गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम की बात करें तो यहाँ आखिरी एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय 6 जुलाई, 2000 को श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था। गॉल में कुल मिलाकर 7 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय खेले गए हैं, जिसमें से 3 मैचों में कोई परिणाम नहीं निकला था। उसके अलावा यहाँ श्रीलंका ने 2000 की त्रिकोणीय श्रृंखला में पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका को हराया था। 1999 की त्रिकोणीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका और भारत को हराया था। 30 जून और 2 जुलाई को गॉल में होने वाले एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों के बाद सीरीज के बचे हुए तीन मैच 6, 8 और 10 जुलाई को हंबनटोटा में खेले जाएंगे। यहाँ भी दो साल के बाद अंतर्राष्ट्रीय मैच की वापसी हो रही है। 14-18 जुलाई तक होने वाला एकमात्र टेस्ट आर प्रेमदासा स्टेडियम, कोलंबो में खेला जाएगा। इस मैदान पर भी टेस्ट क्रिकेट की 4 साल के बाद वापसी हो रही है। ज़िम्बाब्वे के श्रीलंका दौरे में एक भी टी20 अंतर्राष्ट्रीय नहीं खेला जाएगा। गौरतलब है कि ज़िम्बाब्वे के बाद भारतीय टीम जुलाई के अंत में श्रीलंका के दौरे पर जाएगी। श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के बीच अभी तक 17 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें श्रीलंका को 12 मैचों में जीत मिली है और 5 मैच ड्रॉ रहे हैं। ज़िम्बाब्वे ने आज तक श्रीलंका को कभी टेस्ट मैच में नहीं हराया है। अगर एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों की बात करें तो दोनों टीमों के बीच अभी तक 50 मुकाबले खेले गए हैं, जिसमें 41 मैच श्रीलंका और 7 मैच ज़िम्बाब्वे ने जीते हैं। 2 मुकाबलों का कोई परिणाम नहीं निकला है। अब देखना है क्या ज़िम्बाब्वे इस बार श्रीलंका के खिलाफ अपना रिकॉर्ड सुधार पाएगी?