16 नवंबर 2014, ये था वह दिन जब आख़िरी बार ज़िम्बाब्वे सफ़ेद कपड़ों में नज़र आई थी। 2 साल पहले बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मिली टेस्ट में 186 रनों की हार के बाद ज़िम्बाब्वे टेस्ट क्रिकेट से दूर थी। ज़िम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड की आर्थिक हालत कमज़ोर होने की वजह से न तो टेस्ट सीरीज़ की मेज़बानी कर पा रही थी और न ही टेस्ट के लिए किसी दूसरे देश का दौरा कर रही थी। हालांकि इस दौरान सीमित ओवर में ज़िम्बाब्वे लगातार क्रिकेट खेल रही थी। 28 जुलाई 2016, को दो साल बाद एक बार फिर ज़िम्बाब्वे अपने घर में टेस्ट खेलती नज़र आई, जहां उनके सामने न्यूज़ीलैंड थी। न्यूज़ीलैंड 2 टेस्ट मैच की सीरीज़ पर ज़िम्बाब्वे में हैं, पहला टेस्ट बुलावायों में खेला जा रहा है। जहां पहले दिन ज़िम्बाब्वे की पहली पारी महज़ 164 रनों पर ढेर हो गई, दिन का खेल ख़त्म होने तक न्यूज़ीलैंड ने बिना कोई विकेट खोए 32 रन बना लिए हैं। टॉस जीतकर मेज़बान टीम ने पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया, लेकिन पहले दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ टिम साउदी (2/28) और फिर बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ नील वैग्नर (6/41) की घातक गेंदबाज़ी की बदौलत ज़िम्बाब्वे की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही थी। मेज़बान टीम के 8 विकेट 72 रन पर ही गिर गए थे, लग रहा था 100 का आंकड़ा भी ज़िम्बाब्वे के लिए मुश्किल होगा। लेकिन 9वें विकेट के लिए अपना पहला मैच खेल रहे प्रिंस मसवार (42) और डोनाल्ड ट्रिपानो (49*) के बीच 85 रनों की साझेदारी की बदौलत ज़िम्बाब्वे ने 164 रन बनाए। जवाब में उतरी मेहमान टीम ने दिन का खेल ख़त्म होने तक संभल कर खेला और बिना कोई विकेट गंवाए 32 रन बना लिए हैं। मार्टिन गप्टिल (14*) और टॉम लैथम (16*) क्रीज़ पर मौजूद हैं, न्यूज़ीलैंड ज़िम्बाब्वे से पहली पारी के आधार पर 132 रन पीछे है। संक्षिप्त स्कोर कार्ड ज़िम्बाब्वे पहली पारी 164/10 (ट्रिपानो 49*, वैग्नर 6/41) न्यूज़ीलैंड पहली पारी 32/0 (गप्टिल 14* लैथम 16*)