आईपीएल के बाद एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी नीली जर्सी में मैदान पर नज़र आएंगे, टीम इंडिया का अगला मिशन ज़िम्बाब्वे है जहां भारत को 3 वनडे और 3 टी-20 मुक़ाबले खेलने हैं। 11 जून से हरारे में शुरू होने वाली इस सीरीज़ के लिए रवाना होने से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को मंबई में मीडिया से मुख़ातिब हुए। इंडीयन प्रीमीयर लीग के सीज़न-9 में धोनी एक नई टीम राइज़िंग पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी कर रहे थे, जिसे वह नंबर-7 से आगे नहीं ले जा पाए। लेकिन ज़िम्बाब्वे दौरे पर माही एक बार फिर ये साबित करने की कोशिश करेंगे कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कप्तान के तौर पर धोनी से बेहतर विकल्प फ़िलहाल कोई नहीं। "ज़िम्बाब्वे एक अलग अनुभव होगा, कई ऐसे खिलाड़ी दौरे पर होंगे जिनके साथ मैंने कभी क्रिकेट नहीं खेली है। ये दौरा एक नई चुनौती है, जिसके लिए हमारी टीम तैयार है और अच्छी दिख रही है।" : एम एस धोनी भारत को 2016 के आख़िर में और 2017 की शुरुआत में कोई लिमिटेड ओवर क्रिकेट नहीं खेलना है, इस दौरान एक दर्जन से ज़्यादा टेस्ट मैच खेलेगा, और धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं लिहाज़ा इस सीरीज़ के बाद वह काफ़ी दिनों तक क्रिकेट से दूर रहेंगे। लेकिन इससे टीम इंडिया के वनडे और टी-20 कप्तान पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता। "मेरे लिए सबसे बड़ी बात ये है कि मैं देश के लिए खेल रहा हूं। फ़िट्नेस की मुझे कोई समस्या नहीं है, और मैं हर एक रोल के लिए तैयार हूं। अगर कुछ दिन क्रिकेट नहीं खेल रहा तो इससे न मुझे शारिरीक तौर पर असर पड़ेगा न ही मानसिक रूप से।" : एम एस धोनी भारत को ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफड 11 जून को हरारे में पहला वनडे खेलना, 3 मैचों की वनडे सीरीज़ के बाद टीम इंडिया मेज़बान के साथ 3 टी-20 मुक़ाबले भी खेलेगी। ज़िम्बाब्वे दौरे पर धोनी की अगुवाई वाली इस टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौक़ा दिया गया है।