ज़िम्बाब्वे दौरे पर डरहम ने खेले गए दो तीन दिवसीय मैचों में शानदार खेल दिखाया और मेजबान टीम को दोनों ही मुकाबलों में बुरी तरह शिकस्त देकर सीरीज 2-0 से अपने नाम की। डरहम ने ज़िम्बाब्वे को ए पहले मैच में 9 विकेट से हराया, जबकि दूसरे मैच में 136 रनों से जीत दर्ज की। पहले मुकाबले में डरहम के कैलम पार्किंसन (1/47, 37* और 6/58) और दूसरे मुकाबले में ओलिवर गिब्सन (3/18 और 4/39) प्लेयर ऑफ़ द मैच बने।
22 फरवरी से शुरू हुआ पहला मुकाबला सिर्फ दो दिनों तक ही चला। ज़िम्बाब्वे ने टॉस जीतकर अपनी पहली पारी में 195 का स्कोर बनाया। टीम की तरफ से जॉनाथन कैम्पबेल ने सबसे ज्यादा 72 रनों की पारी खेली। वहीं, आइंस्ले एनडलोवु ने 27 रनों का योगदान दिया। अन्य में कोई 20 रनों का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाया। डरहम के लिए स्टेनली मैक्लिंडन ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। जवाबी पारी खेलते हुए डरहम ने 305 का स्कोर बनाया और 110 रनों की बढ़त हासिल की। कॉलिन एकरमैन ने सबसे ज्यादा 130 रन बनाये। बेन राइन ने भी 51 रनों का योगदान दिया। ज़िम्बाब्वे की तरफ से आइंस्ले एनडलोवु ने पांच विकेट लिए।
ज़िम्बाब्वे की तरफ से दूसरी पारी में भी खास प्रदर्शन नहीं देखने को मिला और पूरी टीम 171 पर सिमट गई। ब्रायन बेनेट ने सबसे ज्यादा 56 रन बनाये। डरहम के लिए कैलम पार्किंसन ने छह विकेट लिए। 62 रनों के लक्ष्य को डरहम ने एक विकेट के नुकसान पर 16वें ओवर में ही हासिल कर लिया।
ज़िम्बाब्वे को दूसरे मुकाबले में भी निराशा मिली
27 से 29 फरवरी के बीच खेले गए दूसरे मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए डरहम ने अपनी पहली पारी 193/8 के स्कोर पर घोषित की। कप्तान स्कॉट बोर्थविक ने 65 रन बनाये। वहीं, ज़िम्बाब्वे के लिए विक्टर न्याउची ने चार विकेट लिए। जवाबी पारी में ज़िम्बाब्वे सिर्फ 116 का स्कोर बनाकर ढेर हो गई। कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक लगाने में कामयाब नहीं रहा।
अपनी दूसरी पारी में डरहम ने 192/8 का स्कोर बनाया और जीत के लिए 270 का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करते हुए ज़िम्बाब्वे की बल्लेबाजी एक बार फिर फ्लॉप साबित हुई और टीम 133 का स्कोर बनाकर ऑलआउट हो गई।