ज़िम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने 2019 में होने वाले वर्ल्ड कप से पहले 2018 वर्ल्ड कप क्वालीफायर के मैचों की म्मेज्बानी करने की इच्छा अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को जाहिर की है। आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर आईसीसी के कार्य के चलते ज़िम्बाब्वे आ रहे हैं और ज़िम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड इस मुद्दे को लेकर उनसे बात करने वाला है। मनोहर 5 दिन के दौरे पर ज़िम्बाब्वे जा रहे हैं जहाँ वह देश के उप-राष्ट्रपति और खेल मंत्री से बैठक और सरकारी मुद्दों पर बात करेंगे, साथ ही ज़िम्बाब्वे क्रिकेट को लेकर भी वह अपनी राय रखेंगे। मनोहर विक्टोरिया फ़ॉल्स भी जायेंगे जहाँ 2011 से क्रिकेट मैदान बनना शुरू हुआ था लेकिन उसका बाद में रोक दिया गया था। उसी मैदान का मुआयना करने के लिए वह विक्टोरिया फ़ॉल्स जायेंगे और उसे दोबारा से बनाने का काम शुरू करने की इजाजत देंगे। ज़िम्बाब्वे क्रिकेट के लिए शशांक का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। ज़िम्बाब्वे में पिछले 15 साल से राजनीतिक मुद्दों और आर्थिक व्यवस्था के कारण क्रिकेट को अनदेखा किया जा रहा है। पिछले 6 साल में ज़िम्बाब्वे ने केवल 12 टेस्ट 63 वनडे और 18 टी-20 अन्तर्राष्ट्रीय मैचों की मेजबानी की है, साथ ही 4 विदेशी दौरे भी किये हैं जो एक पूर्ण टेस्ट दर्जे वाली टीम के लिए सही नहीं माना जाता। हाल ही में ज़िम्बाब्वे ने श्रीलंका का दौरा किया था जहाँ उन्होंने वनडे सीरीज 3-2 से अपने नाम की और अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी मौजूदगी एक बार फिर से दर्ज कराई। साल के अंत में वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान ज़िम्बाब्वे दौरे पर खेलने आ सकते हैं लेकिन ज़िम्बाब्वे क्रिकेट चाहती है कि 2018 में होने वाले वर्ल्ड कप क्वालीफायर मैचों की मेजबानी ज़िम्बाब्वे को मिले। वर्ल्ड कप क्वालीफायर पहले बांग्लादेश में आयोजित होने थे लेकिन बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन कर अपनी जगह टॉप 8 टीम में दर्ज कराई है, जिसके चलते आईसीसी ने ज़िम्बाब्वे, यूएई या स्कॉटलैंड और आयरलैंड (सह-मेजबानी) करने की इच्छा जताई है। वर्ल्ड कप क्वालीफायर अगले साल जून और जुलाई में होने है।