जिम्बाब्वे पर जब से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने प्रतिबंध लगाया है, तब से वहां के खिलाड़ियों में निराशा फैल गई है। हालांकि, इससे उबरने के लिए जिम्बाब्वे के खिलाड़ी पूरी जान लगाए हुए हैं। वे अपने देश में क्रिकेट के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए मुफ्त में भी खेलने को तैयार हैं। आईसीसी का वर्ल्ड टी-20 क्वालिफायर होने वाला है। इसके लिए महिला क्वालिफायर अगस्त और पुरुष क्वालिफायर अक्टूबर में होना है। आईसीसी के प्रतिबंध के बाद जिम्बाब्वे इसमें हिस्सा नहीं ले पाएगा।
जिम्बाब्वे के एक वरिष्ठ खिलाड़ी ने कहा कि हमारा लक्ष्य आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट में क्वालिफाई करना है। हम मुफ्त में भी खेलने को राजी हैं। हमें जब तक उम्मीद की किरण नजर आएगी, तब तक हम खेलना जारी रखेंगे। मालूम हो कि जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड सरकारी हस्तक्षेप को खत्म करने में नाकाम रहा था, जिस वजह से उस पर यह कार्रवाई की गई थी।
आईसीसी ने 18 जुलाई को जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अब जिम्बाब्वे को आईसीसी से फंडिंग भी नहीं मिलेगी। इसका नतीजा यह निकला कि पुरुष और महिला सीनियर टीम को पिछले दो महीने का भुगतान नहीं किया गया। पुरुष टीम को हाल ही के नीदरलैंड और आयरलैंड दौरे की मैच फीस भी नहीं दी गई है। हालांकि, आईसीसी का प्रतिबंध द्विपक्षीय सीरीज के लिए नहीं है पर वह जिम्बाब्वे में होने वाली द्विपक्षीय सीरीज में अपना मैच ऑफिशियल नियुक्त करेगा।
जिम्बाब्वे को अगस्त में अफगानिस्तान के साथ खेलना है और उसके बाद अक्टूबर-नवंबर में वेस्टइंडीज की मेजबानी करनी है। अगले साल की शुरुआत में टीम इंडिया जिम्बाब्वे का दौरा करेगी। प्रतिबंध के बाद जिम्बाब्वे के लिए आईसीसी की फंडिंग के बिना आने वाली शृंखलाओं की मेजबानी करना चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। वैसे भी देश लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।