भारत Vs जिम्बाब्वे: केएल राहुल के आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर शतक पूरा करने की वजह सामने आई

जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले वनडे मैच में शतकीय पारी खेलने वाले केएल राहुल डैब्यू मेैच में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वो दुनिया के कुल 11वें खिलाड़ी हैं जिन्होंने वनडे मैच में डैब्यू करते हुए शतक लगाया। जब केएल राहुल 94 रन पर बैटिंग कर रहे थे तो उस वक्त भारत को जीत के लिए सिर्फ 2 रनों की दरकार थी। उन्होंने मासाकाड्जा की बॉल पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। मैच के बाद उन्होंने बताया कि जब वो 94 रन पर खेल रहे थे तो उनके दिमाग में क्या चल रहा था। 24 साल के लोकेश राहुल ने कहा, "मैं उस वक्त कुछ ज्यादा नहीं सोच रहा था। वो ज्यादा लंबे समय तक 94 स्कोर पर नहीं बने रहना चाहता था। मेरे दिमाग में काफी विचार आ रहे थे। मैं सोच लिया था कि अगर बॉल मेरे रडार में आएगी तो मैं जरुर हिट करुंगा और ऐसा ही हुआ, बॉलर ने मेरे रडार में बॉल डाली और मैंने छक्का लगा पाया"। अपनी पारी को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल ने कहा, "मेरा प्लान था कि मैं पहले बॉल को अच्छे से देखूं। पिच में थोड़ी हरकत देखने को मिल रही थी इसलिए मैंने शुरुआत में बॉल को बॉडी के नजदीक खेलने के बारे में सोचा। शुरुआती 10 ओवर खेलने के बाद मैं बॉल को अच्छे से हिट करने लग गया था"। केएल राहुल का आईपीएल में काफी अच्छा प्रदर्शन रहा था, उन्होंने 397 मैचों में 44.11 की औसत से 397 रन बनाए थे। "मेरे सामने टारगेट ज्यादा बड़ा नहीं था, इसलिए हम आसान तरीके से खेल रहे थे। जब भी मुझे बाउंड्री लगाने का अवसर मिला, मैंने मौका को बेकार हनीं जाने दिया। पहले ही मैच में शतक लगाना अपने आप में बेहद खास अनुभव है"। केएल राहुल अपने टेस्ट डैब्यू में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों पारियों में सिर्फ 4 रन बना पाए थे। अगले टेस्ट मैच में ओपनिंग करते हुए उन्होंने 110 रनों की पारी खेली। अपने खराब टेस्ट डैब्यू के बारे में केएल राहुल ने कहा, "मैंने अपने टेस्ट डैब्यू से काफी कुछ सीखा। मेरे लिए वो दौरा काफी खास है। अगर मैं अपने पहले टेस्ट में नाकाम नहीं होता तो मैं शायद इतना अच्छा बल्लेबाज ना होता"।