हरारे में खेले गए दूसरे वनडे में ज़िम्बाब्वे को आयरलैंड (ZIM vs IRE) के खिलाफ 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। पहले खेलते हुए ज़िम्बाब्वे टीम 42.5 ओवर में 166 का स्कोर बनाकर ऑलआउट हो गई, जवाब में आयरलैंड टीम ने 40.1 ओवर में 170/6 का स्कोर बनाया। आयरलैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज जोशुआ लिटिल (6/36) को घातक गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जिन्होंने अपनी टीम की तरफ से वनडे इतिहास में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े दर्ज किये।
ज़िम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और चार प्रमुख बल्लेबाज पहले छह ओवर में ही पवेलियन लौट गए। दोनों ओपनिंग बल्लेबाज जायलॉर्ड गुम्बी और टी कामुनहुकाम्वे क्रमशः 5 और 8 रन बनाकर पवेलियन लौटे, वहीं मिल्टन शुम्बा अपना खाता भी नहीं खोल पाए, जबकि कप्तान सिकंदर रजा सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए। यहाँ से रयान बर्ल और क्लाइव मदांडे की जोड़ी ने स्कोर को 64 तक पहुँचाया। मदांडे ने 42 गेंदों में 33 रन बनाये। बर्ल ने 89 गेंदों में 38 रनों की बेहद धीमी पारी खेली और 133 के स्कोर पर सातवें विकेट के रूप में आउट हुए। निचले क्रम से वेलिंग्टन मसाकाद्ज़ा ने 47 गेंदों में 40 रनों की पारी खेली और 144 के स्कोर पर पवेलियन लौटे। आखिरी विकेट के रूप में ब्लेसिंग मुज़राबानी 11 रन बनाकर आउट हुए। आयरलैंड की तरफ से जोशुआ लिटिल ने सबसे ज्यादा छह विकेट अपने नाम किये।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड टीम को पारी की पहली ही गेंद पर झटका लगा और एंडी बैलबर्नी अपना खाता भी नहीं खोल पाए। कप्तान पॉल स्टर्लिंग ने 14 रन बनाये। कर्टिस कैम्फर और हैरी टेक्टर की जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की और स्कोर को 81 तक ले गए। टेक्टर ने 21 रनों की पारी खेली। कैम्फर अर्धशतक बनाने में कामयाब रहे और 71 गेंदों में 66 रन बनाकर 124 के स्कोर पर आउट हुए। लोरकान टकर ने भी 28 रनों का योगदान दिया। मार्क अडेयर नाबाद रहे और 25 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। ज़िम्बाब्वे के लिए ब्लेसिंग मुज़राबानी और ब्रैंडन मवुटा ने दो-दो विकेट लिए।