हरारे में 17 दिसंबर को खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में आयरलैंड ने ज़िम्बाब्वे को DLS नियम की मदद से 7 विकेट से हराया और 3 मैचों की सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया। पहले खेलते हुए ज़िम्बाब्वे ने निर्धारित 40 ओवर में अपने सभी विकेट खोकर 197 रन बनाये, जवाब में आयरलैंड ने 37.5 ओवर में 204/3 का स्कोर बनाया। इस तरह आयरलैंड ने ज़िम्बाब्वे में पहली वनडे सीरीज जीत दर्ज की। आयरलैंड के एंडी बैलबर्नी (102 गेंद 82*) को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और ज़िम्बाब्वे को शुरुआत में ही झटका दिया। ओपनर टी कामुनहुकाम्वे 1 रन बनाकर दूसरे ही ओवर में आउट हो गए। जॉयलॉर्ड गम्बी और ताकुदज़्वानाशे कैटानो ने स्कोर को 45 तक पहुँचाया लेकिन कैटानो 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इनोसेंट काइया भी कुछ खास नहीं कर पाए और 54 के स्कोर पर तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए। यहाँ से जॉयलॉर्ड गम्बी को कप्तान सिकंदर रजा का साथ मिला और दोनों ने मिलकर स्कोर को 100 के पार पहुँचाया। रजा ने 33 गेंदों में 37 रनों की पारी खेली। क्लाइव मदांडे (0), ल्यूक जोंग्वे (10) और ब्रैंडन मवुटा (4) सस्ते में पवेलियन लौट गए।
जॉयलॉर्ड गम्बी अर्धशतक जड़ने में कामयाब रहे और उन्होंने आउट होने से पहले 72 रनों की पारी खेली। वेलिंग्टन मासाकाद्ज़ा ने भी 24 रनों का योगदान दिया। ब्लेसिंग मुज़राबानी ने नाबाद 8 और तनाका चिवंगा ने 6 रन बनाकर स्कोर को किसी तरह 200 के करीब पहुँचाया। आयरलैंड के लिए ग्राहम ह्यूम और कर्टिस कैम्फर ने चार-चार विकेट हासिल किये।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड की शुरुआत भी खराब रही और कप्तान पॉल स्टर्लिंग 8 रन बनाकर आउट हो गए। ओपनर एंडी बैलबर्नी और कर्टिस कैम्फर ने स्कोर को 80 के पार पहुँचाया लेकिन कैम्फर 40 रन बनाकर 82 के स्कोर पर आउट हो गए। बैलबर्नी ने तीसरे विकेट के लिए हैरी टेक्टर (33) के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की और अपना अर्धशतक भी पूरा किया। उन्होंने 102 गेंदों में 82* रन बनाये और अपनी टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। लोरकान टकर ने भी 29 रनों की नाबाद पारी खेली।