न्यूज़ीलैंड के खिलाफ होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ज़िम्बाब्वे टीम का चयन हो गया है। भारत के खिलाफ एकदिवसीय और टी20 सीरीज में कप्तान की ज़िम्मेदारी निभाने वाले ग्रेम क्रीमर को टेस्ट टीम का भी कप्तान नियुक्त किया गया है। अनुभवी वुज़ी सिबांडा को टीम में जगह नहीं दी गई है, वहीँ चोट के कारण टीम के प्रमुख गेंदबाज तिनाशे पन्यांगारा टीम में शामिल नहीं किये गए हैं। टेस्ट टीम में पहली बार चामू चिभाभा को शामिल किया गया है जिन्होंने अभी तक 96 एकदिवसीय खेले हैं लेकिन टेस्ट में उनका डेब्यू बाकी है। नए बल्लेबाज प्रिंस मस्वौरे को भी टीम में जगह दी गई है। टीनो मवेयो की भी टीम में वापसी हुई है, जबकि पीटर मूर और तौराई मुजराबानी भी पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किये गए हैं। अनुभव की अगर बात की जाए तो टीम में हैमिलटन मासाकाद्ज़ा, सिकंदर रज़ा और सीन विलियम्स मौजूद हैं। ब्रायन चारी, क्रेग एर्विन और विकेटकीपर बल्लेबाज रिचमंड मुतुम्बामी भी टीम की बल्लेबाजी को मजबूती प्रदान करेंगे। गेंदबाजी में कप्तान क्रीमर के अलावा टेंडाई चतारा और डोनाल्ड तिरिपानो के ऊपर ज़िम्मेदारी होगी। 16 सदस्यीय इस टीम में रेगिस चकाब्वा और जबुलो एनक्युबे को भी शामिल किया गया है। ज़िम्बाब्वे ने इससे पहले नवम्बर 2014 में आखिरी बार टेस्ट खेला था। बांग्लादेश के खिलाफ उस टेस्ट सीरीज में ज़िम्बाब्वे को 3-0 से हार का सामना करना पड़ा था। 2015 में ज़िम्बाब्वे ने कोई टेस्ट नहीं खेला और अब उनकी एक तरह से टेस्ट क्रिकेट में वापसी हो रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट 28 जुलाई से बुलावेयो में खेली जाएगा और इस तरह बुलावेयो में भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही है।