हरारे में ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड की महिला टीमों (ZIM-W vs IRE-W) के बीच खेला गया दूसरा वनडे रोमांचक रहा और DLS के तहत मुकाबला टाई हुआ। पहले खेलते हुए ज़िम्बाब्वे ने 50 ओवर में 227/9 का स्कोर बनाया। आयरलैंड को 43 ओवर में 203 का संशोधित लक्ष्य मिला, जिसका पीछा करते हुए टीम ने पूरे ओवर खेलकर 202/9 का स्कोर बनाया।
आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जिसे ज़िम्बाब्वे के ओपनिंग बल्लेबाजों ने गलत साबित किया। कप्तान मैरी-ऐनी मुसोंडा और चिएड्ज़ा धुरुरू की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 92 रन जोड़े। इस जोड़ी को कारा मरे ने तोड़ा और मुसोंडा 55 गेंदों में 41 रन बनाकर 21वें ओवर में आउट हुईं। अगले ओवर में धुरुरू भी 46 के निजी स्कोर पर चलती बनीं। पेलागिया मुजाजी ने 25 रनों की पारी खेली और 32वें ओवर में 129 के स्कोर पर पवेलियन लौटीं।
यहाँ से एश्ली एंडीराया और केलिस एंडलोवु ने मोर्चा संभाला और अर्धशतकीय साझेदारी करते हुए स्कोर को 190 के पार ले गईं। एंडलोवु ने 34 और एंडीराया ने 41 रनों का योगदान दिया। इन दोनों के आउट होने के बाद पारी लड़खड़ा गई और बाकी की बल्लेबाजों से कुछ खास योगदान नहीं देखने को मिला। प्रेशियस मरांगे ने 19 रनों की पारी खेली। आयरलैंड की तरफ से अर्लेन केली ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए आयरलैंड को लीह पॉल और गेबी लुईस की जोड़ी ने 84 रनों की शुरुआत दिलाई। पॉल ने 34 और लुईस ने 42 रनों की पारी खेली। एमी हंटर ने 21 रन बनाये और 26वें ओवर में 121 के स्कोर पर आउट हो गईं। यहाँ से विकेटों का गिरने का सिलसिला शुरू हुआ जो अंत तक जारी रहा। पारी के आखिरी ओवर में टीम को 6 रन बनाने थे और उसके 3 विकेट शेष थे। पहली चार गेंदों में 4 रन आ गए थे और स्कोर बराबर होने से आयरलैंड की जीत तय लग रही थी लेकिन लोरीन टीशुमा ने पांचवीं गेंद पर एवा कैनिंग (3) और छठी गेंद पर जेन मैगुइर (6) को आउट कर दिया और अपनी टीम को हार से बचा लिया।