डिफेन्स का नेतृत्व संदीप नरवाल, सुरजीत और मंजीत छिल्लर ने शुरू से ही बखूबी संभाला, ऑस्ट्रेलियाई रेडर्स को कभी भी हावी नहीं होने दिया गया और भारत पहले ही हाफ में सुपर फाइव का स्कोर करने में कामयाब रहा। कभी-कभार मिलने वाले बोनस अंकों के सिवा भारतीय खिलाडियों ने यह सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को, जिनमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कैम्पबेल ब्राउन, कुलदीप सिंह और कनिंघम भी शामिल रहे, मुफ्त में कोई भी अंक न दिया जाए। जहाँ तक भारतीय खिलाड़ियों की बात की जाए, न सिर्फ अधिकतर रेड्स सफल रहीं, बल्कि भारतीय खिलाडी पूरे खेल के दौरान कई बोनस अंक लेने में भी सफल रहे, क्योंकि भारतीयों के आक्रामक तेवर देख ऑस्ट्रेलियाई डिफेन्स ने उन्हें रोकने की कोई खास कोशिश नहीं की। हाफ -टाइम के बाद, अपनी ज़बरदस्त रेड्स और मज़बूत डिफेन्स के दम पर, भारत के खाते में 25 अंकों की विशाल लीड थी।