7 से 22 अक्टूबर तक चलने वाले कबड्डी विश्व कप में खेलने वाली भारतीय टीम के 14 खिलाड़ियों पर डालते हैं एक नजर तो 2016 कबड्डी विश्व कप शुरू होने में अब महज 2 दिन क समय शेष रह गए हैं, जिसकी शुरूआत अहमदाबाद के ट्रांसस्टेडिया से होनी है, और यहां भारत के लिए विश्व कप जीत का मतलब होगा, कबड्डी में विश्व कप खिताबों की हैट्रिक। भारत ने इससे पहले 2004 और 2007 में इस खिताब को अपने नाम किया है । अब पूल A में भारत को छोड़कर 5 और टीमें हैं, जिसमें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, साउथ कोरिया और अर्जेंटीना जैसी ताकतवर टीमों के साथ भारतीय टीम का मुकाबला होना है । पिछले दोनों विश्व कप में भारत ने फाइनल मुकाबलों को आसानी से जीत लिया था, और इस बार भी भारतीय टीम से यही उम्मीदें हैं । आइये विश्व कप में खेलने वाली भारतीय टीम के 14 खिलाड़ियों पर डालते हैं एक नजर ।
#1 – अनूप कुमार (कप्तान) पोजीशन - रेडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – यू मुंबा जिक्र सबसे पहले भारतीय टीम और प्रो कबड्डी लीग में यू मुंबा के कप्तान अनूप कुमार का, हरियाणा के अनूप ने अपनी कबड्डी में बढ़ती रुची की वजह से इस खेल को खेलना शुरू किया था, और अब कबड्डी के इतिहास के सबसे शानदार रेडर्स में उनकी गिनती होती है । 32 साल के इस खिलाड़ी ने 2005 में सीआरपीएफ ज्वाइन की, जहां अनूप ने इस खेल का अभ्यास जारी रखा और इसके बाद 2006 में श्रीलंका में होने वाले साउथ एशियन गेम्स में उन्हें पहली बार भारत की तरफ से खेलने का मौका मिला । इसके साथ-साथ ही वो भारत. के लिए 2010 और 2014 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे, और स्टार स्पोर्ट्स की प्रो-कबड्डी लीग के पहले सीजन में उन्हें सबसे मूल्यवान खिलाड़ी के खिताब से भी नवाजा गया था ।
2# अजय ठाकुर पोजिशन – रेडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – पुनेरी पलटन चंद अनुभवी खिलाड़ी जिनका चयन 2016 कबड्डी विश्व कप के लिए हुआ है उनमें अजय ठाकुर भी एक हैं । ये भारतीय रेडर पहली बार भारत के लिए 2007 एशियन इंडोर गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहा था, और उसके बाद से ही ठाकुर भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे हैं । अजय ठाकुर 2014 में उस एशियन टीम का भी हिस्सा थे जिसने इंचियोन में गोल्ड मेडल जीता था । अपने अनुभवी करियर में ये खिलाड़ी कई गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुका है । न सिर्फ एशियन इंडोर गेम में बल्कि उनका शानदार प्रदर्शन मार्शल आर्ट्स गेम्स 2013 और एशियन गेम्स 2014 में भी देखने को मिला था । प्रो-कबड्डी लीग में ठाकुर पुनेरी पलटन से पहले बेंगलुरू बुल्स के लिए खेल चुके हैं ।
# 3 दीपक हुड्डा पोजिशन – ऑलराउंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – पुनेरी पलटन रोहतक शहर के चमारिया कस्बे से आते हैं दीपक हुड्डा, और यहां तक पहुंचने के लिए इस खिलाड़ी ने कई मुश्किलातों का सामना किया है । हुड्डा पिछले 6 सालों से पेशेवर कबड्डी खेल रहे हैं । जिसमें दो साल उन्होंने प्रो-कबड्डी लीग की टीम पुनेरी पलटन के लिए खेला है । 2016 के साउथ एशियन गेम्स में वो उस भारतीय टीम का हिस्सा भी थे जिसने वहां स्वर्ण पदक अपने नाम किया । ये ऑलराउंडर खिलाड़ी न सिर्फ अपनी शानदार रेड बल्कि अपने शानदार रक्षात्मक खेल के लिए भी जाना जाता है, और इसलिए ये खिलाड़ी 2016 विश्व कप में टीम के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकता है।
# 4 धर्मराज चेरालथन पोजिशन – डिफेंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – पटना पायरेट्स 41 साल की उम्र में भी धर्मराज की गिनती शानदार डिफेंडर्स में होती है । उनकी टीम के साथी खिलाड़ी उन्हें अन्ना भी बुलाते हैं । ये खिलाड़ी प्रो-कबड्डी लीग के शुरूआती दो सीजन में बेंगलुरू बुल्स के लिए खेला था। इसके बाद इस खिलाड़ी ने तीसरा सीजन तेलगु टाइटेन्स के लिए खेला और अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर इस खिलाड़ी ने चौथे सीजन में पटना पायरेट्स के लिए कप्तानी की और उन्हें भी चौथे सीजन का चैंपियन बनाकर ही दम लिया । .चेरालथन मैट के दोनों तरफ शानदार खेल दिखाने में माहिर हैं, उनके नाम बीते चार सीजन में कई शानदार रेड्स और टैकल हैं । वो रेलवे और भारतीय टीम के साथ अपने इस लंबे सफर में कई कामयाबियां देख चुके हैं, और अब मौका विश्व कप का है जहां उनसे एक बार फिर दमदार प्रदर्शन की उम्मीद है । # 5 जसवीर सिंह पोजिशन – रेडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – जयपुर पिंक पैंथर्स स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में जयपुर पिंक पेंथर्स के लिए जसवीर सिंह किसी करिश्माई कप्तान से कम नहीं । वो उस भारतीय टीम के भी सदस्य थे जिस टीम ने 2014 एशियन गेम्स में गोल्ड जीता था । उनकी शानदार स्किल्स की बदौलत उन्होंने 2014 में प्रो-कबड्डी लीग के पहले सीजन में अपनी टीम को चैंपियन भी बनाया था । वो जयपुर पिंक पैंथर्स के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं और वो लगातार अपने बेहतरीन खेल की बदौलत अपनी टीम को नई ऊचाइयों तक भी ले गए हैं । लेकिन उनका खेल हमेशा शानदार ही नहीं रहा, दूसरे और तीसरे सीजन में उनके खेल पर कई सवाल उठे, लेकिन चौथे सीजन में उन्होंने फिर जोरदार वापसी की और अपनी टीम को लीग के फाइनल तक लेकर गए । वो अपनी स्कोर्पियन किक की वजह से हमेशा विरोधियों के लिए एक खतरा और हैरत का काऱण भी बने रहते हैं ।
# 6 किरन परमार पोजिशन – ऑलराउंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – बेंगलुरू बुल्स .किरन परमार एक अनुभवी ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं । जो स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में बेंगलुरू बुल्स के लिए खेलते हैं । 10 फरवरी 1985 को जन्मे परमार ने कबड्डी की शुरूआत अपने स्कूली दिनों से ही करदी थी । वो अपने स्कूल के लिए नेशनल टूर्नामेंट में भी खेले, हालांकि पहले सीजन में चोट की वजह से वो सीजन के अधिकांश हिस्से में नजर नहीं आए हालांकि इस ऑलराउंडर ने भारतीय टीम में वापसी जरूर की है । जहां वो मैट के बाएं और से टीम का हिस्सा बनेंगे । लगातार अपने दमदार खेल के बदौलत वो 2016 कबड्डी विश्व कप में भारतीय टीम का अहम हिस्सा होंगे ये भी लगभग तय है ।
# 7 मनजीत छिल्लर
पोजिशन – ऑलराउंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – पुनेरी पलटन 30 वर्षीय इस खिलाड़ी ने स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में अपनी शुरूआत बेंगलुरू बुल्स के साथ की । पहले दो सीजन मनजीत ने बेंगलुरू बुल्स के साथ खेले लेकिन इसके बाद वो तीसरे और चौथे सीजन के लिए पुनेरी पलटन के हो गए । वो पुनेरी पलटन के लिए पिछले सीजन में शानदार प्रदर्शन करने में भी कामयाब रहे, और उनके शानदार खेल की वजह से पुनेरी पलटन आखिरी सीजन के सेमीफाइनल तक जगह बनाने में कामयाब रही। मनजीत का जिक्र कबड्डी की दुनिया के सबसे शानदार ऑलराउंडर्स में होता है, और उनके दमदार टैकल हमेशा दर्शनीय होते हैं, टैकल के साथ-साथ वो अपनी रेड के लिए भी जाने जाते हैं । अपने लीग करियर में उन्होंने 59 मैचों में 400 प्लाइंट्स अपने नाम किए हैं ।
# 8 मोहित छिल्लर पोजिशन – डिफेंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – यू मुंबा स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में मोहित चिल्लर ने अपनी खास जगह अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत यू मुंबा टीम में बनाई है । मैट की दांए तरफ से हर विपक्षी टीम के हर दांव को कमजोर करने वाले चिल्लर अब यू मुंबा की हर रणनीति का अहम हिस्सा सीजन 2 तक रहे। इसके बाद स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग के ऑक्श्न में ये खिलाड़ी सीजन 4 का सबसे मंहगा खिलाड़ी साबित हुआ । निजामपुर के रहने वाले चिल्लर उत्तर पश्चिमी रेलले के लिए काम करते हैं । वो अपने साथियों के साथ ही और उन्हीं की तरह अपने कस्बे से ही इस खेल को बचपन से खेलते आ रहे हैं । वो SGFI यानी (स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) के लिए भी खेल चुके हैं, और आने वाले विश्व कप में वो भारतीय टीम का अहम हिस्सा होंगे ये लगभग तय है । # 9 नितिन तोमर पोजिशन – ऑलराउंडर प्रो कबड्डी लीग टीम – पुनेरी पलटन 21 साल का ये खिलाड़ी हाल ही के दिनों में कबड्डी की दुनिया में छा चुका है, और फिलहाल भारतीय कबड्डी टीम का चमकता हुआ सितारा है । पिछले कई सालों से इस खिलाड़ी ने अपने खेल में जमकर सुधार किया है, और साथ ही अपने खेल के स्तर को ये लगातार उठाता भी आया है, इस खिलाड़ी की शानदार एथलेटिक क्षमताओं, फुर्ती और दमदार खेल ने इस खिलाड़ी को स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी भी बनाया है । ये खिलाड़ी स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में पुनेरी पलटन के लिए खेलता है और आने वाले विश्व कप में ये भारतीय टीम की रणनीति का अहम हिस्सा होगा इस बात में कोई दोराय नहीं ।
# 10 प्रदीप नरवाल
पोजिशन – रेडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – पटना पायरेट्स स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में प्रदीप नरवाल पटना रायरेट्स की ओर से खेलते हैं, लेकिन इस खिलाड़ी ने अपना करियर बेंगलुरू बुल्स के साथ शुरू किया था । ये खिलाड़ी भी कई और दिग्गज कबड्डी खिलाड़ियों की तरह हरियाणा की मिट्टी से ही हैं। पायरेट्स में 19 साल के इस खिलाड़ी ने बीते समय में कई बार ऐसा खेल दिखाया, जिससे ये कहने में किसी को दूसरे विचार की जरूरत नहीं कि आने वाले समय में ये खिलाड़ी भारत के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना जाएगा । सीजन 4 के इस सबसे मूल्यवान खिलाड़ी ने अपनी टीम को लगातार दूसरी बार खिताब दिलाने में काफी अहम योगदान निभाया है । महज 38 उपस्थितियों में इस खिलाड़ी ने अपनी टीम के लिए 258 रेड प्वाइंट्स कमाए हैं, और अपने इसी शानदार खेल की बदौलत वो दुनिया के सबसे शानदार रेडर्स में से एक भी बनता जा रहा है ।
# 11 राहुल चौधरी पोजिशन – रेडर प्रो-कबड्डी लीग टीम - तेलगु टाइटेन्स अब बारी है स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में तेलगु टाइटेन्स के कप्तान राहुल चौधरी की । लीग में इनसे शानदार रेडर कोई नहीं, और ये खुद इनसे जुड़े आंकड़े बता देते हैं 57 लीग मैचों में इस खिलाड़ी ने 482 रेड की हैं । ये खिलाड़ी टाइटेन्स के साथ पिछले 4 सीजन से रहा है और भारतीय टीम के लिए इस खिलाड़ी ने साल 2016 के साउथ एशियन खेलों में गोल्ड मेडल जीता है । ये खिलाड़ी मैट में अपनी तेजी और चतुराई के लिए जाना जाता है । इसके साथ-साथ ये खिलाड़ी अपने दम पर खेल का नतीजा बदलने का दम भी रखता है । इनके नामं 24 सुपर टेन हैं । और इसलिए भारतीय टीम के लिए ये विश्व कप में सबसे अहम खिलाड़ी साबित होंगे ये निश्चित ही बिना किसी संदेह के कहा जा सकता है । #12 संदीप नरवाल पोजिशन – ऑल राउंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम - तेलगु टाइटेन्स स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में भले ही अब संदीप तेलगु टाइटेन्स के लिए खेलते हों लेकिन इस खिलाड़ी ने पहले तीन सीजन खेले पटना पायरेट्स के लिए । तीन सीजन पटना के साथ खेलने के बाद जब चौथे सीजन के लिए संदीप का नाम ऑक्शन टेबल पर आया तो तुरंत उनको अपनी टीम में शामिल किया तेलगु टाइटेन्स ने । इस खिलाड़ी की सबसे बड़ी ताकत वैसे तो डिफेंडिंग है, लेकिन ये खिलाड़ी मैट के हर तरफ अपना जौहर दिखा सकता है, और इसलिए ये खिलाड़ी भारतीय टीम में एक ऑलराउंडर के लिहाज से जगह बनाने में कामयाब रहा है । स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में इस खिलाड़ी के नाम 161 टैकल अंक दर्ज हैं । ये आंकड़े नरवाल के शानदार डिफेंस की गवाही देते हैं, लेकिन एक बेहतरीन ऑलराउंडर वो इसलिए हैं क्योंकि टैकल प्वाइंट्स के साथ-साथ 62 लीग गेम्स में उन्होंने 171 रेड प्वाइंट्स भी अपने नाम किए हैं । स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग के तीसरे सीजन में उन्हें शानदार डिफेंस के लिए बेस्ट डिफेंडर के खिताब से भी नवाजा गया था ।
# 13 सुरेंद्र नाडा
पोजिशन – डिफेंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – बेंगलुरू बुल्स निश्चित तौर पर ये खिलाड़ी पाले के बाएं ओर से कबड्डी की दुनिया के सबसे शानदार डिफेंडर्स में से एक है । ये खिलाड़ी जब-जब विरोधी रेडर के टखने को पकड़ ले तो समझिए उसके लिए अब बचना नामुमकिन है । हरियाणा से आए इस खिलाड़ी ने यू मुंबा और बेंगलुरू बुल्स दोनों टीमों के लिए खेला है, और इन दोनों ही टीमों में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद अब हर किसी को उम्मीद है कि वो भारतीय जर्सी में भी वो कमाल दिखाने में कामयाब होंगे जो उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में दिखाया ।
# 14 सुरजीत
पोजिशन – डिफेंडर प्रो-कबड्डी लीग टीम – यू मुंबा स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में सुरजीत यू मुंबा के लिए खेलते हैं, इस खिलाड़ी ने अपने शानदार खेल की बदौलत ये हमेशा दिखाया है कि बात चाहे घरेलू लीग की हो या अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट की इस खिलाड़ी में देश का प्रतिनिधित्व करने का दम है । साउथ एशियन गेंम्स में ये खिलाड़ी उस भारतीय टीम का सदस्य था जो स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही । बहुमुखी प्रतिभा के धनी इस खिलाड़ी के पास एक शानदार डिफेंडर कहलाने का हर गुण मौजूद है, और इनके इस्तमाल को हमने और आपने कई बार स्टार स्पोर्ट्स प्रो-कबड्डी लीग में देखा भी है । सुरजीत सर्विसेस के लिए रक्षापंक्ति में हमेशा से एक बड़ा नाम रहे, और वो एक रणनीतिकार की भूमिका में भी अहम साबित होते आएं हैं, और ऐसें में देश को उम्मीदों यही हैं कि जब-जब देश को इस खिलाड़ी की जरूरत होगी ये खिलाड़ी पहले की तरह अपना बेस्ट देने में कामयाब रहेगा ।