इन दिनों दुनिया भर में कबड्ड़ी का सुरूर छाया हुआ है । भारत में खेला जा रहा कबड्डी विश्व कप 7 अक्टूबर को शुरु हुआ और दिनो दिन इसका रोमांच बढ़ता जा रहा है ।पूल मैचों के दौरान कई उलट फेर देखने को मिले हैं और खतरनाक तरीके से कई बार मैचों के परिणाम बदलते देखे हैं । कहा जाता है कि आक्रमण बचाव का सबसे अच्छा तरीका है, और ज्यादातर खिलाड़ी इस दौरान इसी नीति पर चलते नजर आ रहे हैं । टीम को लीड कर रहे कप्तानों को अपने खिलाड़िया से किसी भी हाल में अपने विरोधी टीम के मुंह से जीत छीन लाने की ही उम्मीद होती है और खिलाड़ी बखूबी ऐसा ही कर रहे हैं और अपनी टीम के लिए हर हाल में प्वाइंट बटोर रहे हैं । कबड्डी 2016 में ही अभी तक 1424 प्वाइंट्स बटोरे जा चुके हैं । खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पॉइंट लाने के लिए कभी दुश्मनों की मांद में घुसकर पैरों की अंगुली छू जाना कभी फुर्ती से हाथ छू जाना, कभी चतुराई से फ्रॉग जंपिंग तो कभी चुपके से डुबकी कला का इस्तमाल करके, कभी बैक और कभी स्कॉर्पियन किक करके दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये । यहाँ हम जिक्र कर रहे हैं उन 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का जिन्होंने 2016 कबड्डी में अपने अटैक का लोहा मनवाया: #5 डेविड मोसाम्बाई (केन्या) भले ही केन्या की टीम सेमीफाइनल मुकाबलों तक न पहुंच पाये पर उनके कप्तान डेविड मोसाम्बाई ने इस विश्वकप में न केवल अपनी टीम को अच्छी तरह लीड ही नहीं किया बल्कि खुद के प्रदर्शन के बल पर खुद को और अपनी टीम को किसी भी विरोधी के सामने ख़तरनाक साबित किया है। प्रो-कबड्डी में पुनेरी पलटन का हिस्सा रहे इस खिलाड़ी ने अपना असली जौहर पोलैंड के खिलाफ दिखाते हुए 6.4 के स्ट्राइक रेट के साथ शानदार 21 प्वाइंट अपने नाम किये । इस खिलाड़ी का दबदबा इतना है कि हर टीम मैच से पहले इस खिलाड़ी को सम्हालने के लिए योजना बनाती है कि कैसे इन्हें मैट से दूर रखकर अपनी जीत सुनिश्चित की जाए । चैम्पियनशिप के दौरान एक समय जब केन्या का सामना थाईलैंड से हुआ और इस खिलाड़ी के 20 मिमिट कोर्ट में रहते भी टीम ने पूरे मैच में सिर्फ 2 पॉइंट अर्जित किये , इसके हालांकि इसके बाद जब टीम के संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ पिछले मैच में उतरी तो वो अपने खोए हुए सम्मान, सुपर 10 में प्रवेश और प्रतिद्वंद्वी को अपनी डिफेंस स्किल के साथ साथ जाते जाते अपना आक्रामक रूप भी दिखाया। डेविड एक पूर्व सुरक्षा गार्ड हैं , पर अपनी बढ़ती लोकप्रियता के कारण उन्हें अपना काम छोड़ना पड़ा। अब एक सफल विश्व कप के बाद , इतना तो तय है कि जब वो जब अपने घर पहुंचेंगे तो उनके चाहने वालों की तादात बढ़ चुकी होगी। #4 टेमी टॉप एडव्युलर (इंग्लैंड) इंग्लैड का ये खिलाड़ी अपने आपको एक ठेठ आक्रमक ऑलराउंडर कहलवाना पसंद करता है। ये गैर भारतीय खिलाड़ी उन चंद खिलाड़ियों में से है जिन्होंने अपने खेल से सबको प्रभावित किया है , सिर्फ पांच मुकाबलों में 51 अंक हासिल करके टेमी ने कबड्डी विश्व कप पर अपनी छाप छोड़ी है । इस खिलाड़ी की लाजबाव फीट मूमेंट इसकी सबसे खास बात है , जो विरोधियों को चकमा देके पॉइंट बटोरने के लिए इसका खास औजार है। ये शांत स्वाभाव खिलाड़ी जो कभी कभी ही गुस्से में दिखता है इसका असली कमाल ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना के खिलाफ देखने को मिला जब इसने अकेले दम पर 20 और 19 पॉइंट जुटाए और दोनों मौको पर हाईएस्ट स्कोरर रही । इनकी 7.5 की स्ट्राइक रेट जो मैच दर मैच बढ़ती जा रही है वैसे ही इनके फैंस की संख्या भी बढ़ती जा रही है और ये भी अपने फैंस का पूरा सयाल रखते हैं और हर सफलता के बाद दर्शकों का अभिवादन करते रहते हैं ।#3 अजय ठाकुर (भारत) नीली जर्सी पहनकर भारत के लिए मैदान में उतरने वाले अजय को उनके प्रो कबड्डी के प्रदर्शन के चलते कम आंका जा रहा था लेकिन इस खिलाड़ी ने अपने खेल से सबको गलत साबित करते हुए चौका दिया । और अब विश्वकप में भारत को इससे काफी ज्यादा उम्मीदें भी बढ़ गइ हैं और हर मैच के बाद बेहतर होते इनके प्रदर्शन अभी तक किसी को मायूस नहीं किया । लगातार तीन बार सुपर 10 अपने नाम करने वाले इस खिलाड़ी का औसत 6.8 है जो हर मुकाबले के बाद बढ़ रहा है और साथ ही बढ़ रही हैं भारत की फिर सो विश्वविजेता बनने की उम्मीदें । हर पॉइंट हासिल करने के बाद इनकी फ्रॉग जंप दर्शकों को देखने को मिलती है और अब उनके चाहने वाले उनकी ये जप फाइनल तक देखना चाहते हैं।#2 खोमस थोंकम (थाईलैंड) अपनी टीम की अगुवाई कर रहे इस खिलाड़ी ने सबको अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है ग्रुप स्टेज में कुल 53 अंकों के साथ ये खिलाड़ी अपनी टीम को आगे बढ़ा रहा है और अपनी टीम को सेमी फाइनल में पहुंचाकर भारत के साथ खड़ा करने की मेहनत में लगा है । 8.6 के स्ट्राइक रेट के साथ ये खिलाड़ी अभी तक एक शानदार कप्तान भी शाबित हुआ है। उनके नाम अब तक दो सुपर 10 हैं जो यूएसए और केन्या के खिलाफ उनके जोरदार खेल की दैन है जहां उन्होने दोमों टीमों के खिलाफ 14-14 अंक हासिल किए थे , हालाकि जापान के खिलाफ उनके प्रदर्शन को भुलाया नहीं जा सकता जहां एक बहुत टक्कर के मुकाबलने में उनके उपयोगी 10 अंकों ने टी को सेमीफआइनल तक पहुंचा दिया।#1 मोहम्मद अर्दुज्जमन मुंशी (बांग्लादेश) भले ही बांग्लादेश के लिए कबड्डी इस विश्वकप का सफर थम गया हो पर इर कप्तान ने अपने खेल से सबका दिल जीत लिया और कुल 52 पॉइंट्स के साथ अपनी छाप छोड़ गये । 2008 से एक प्रोफेसनल के तौर पर अपने देश के लिए कबड्डी खेल रहे इस खिलाड़ी के पास न केवल सबसे ज्यादा तजुर्बा है बल्कि इसके पास वो सारी खूवियां भी हैं जो टीम को मैच जिता सके । अपने आक्रामक अटैक के चलते इस खिलाड़ी ने अपनी टीम को कई मैच जिताए हैं और आगे भी जिताते रहेंगे । इस खिलाड़ी का शामदार खेल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ देखने को मिला जहां इस खलाड़ी ने अपने चमत्कारी खेल के बल अकेले 17 पॉइंट बटोरे । अर्दुज्जमन मुंशी का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा 9.2 है । प्रो कबड्डी में यू माम्बा के लिए खेलने वाले मुंशी ने इस विश्वकप के ग्रुप स्टेज में बेहतरीन करीके से लीड करते हुए अपना बेस्ट पर्फॉरमेंस दिया । लेखक: विधी शाह, अनुवादक: अंबुज पांडे