3 Big Players Not Played Retirement Match : प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) में अभी तक कई सारे दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं। पीकेएल का आगाज 2014 में हुआ था और तबसे लेकर अभी तक 10 सीजन पीकेएल के बीत चुके हैं और यह 11वां सीजन चल रहा है। इन 10 सालों के दौरान कई यादगार प्रदर्शन देखने को मिले। एक से बढ़कर एक खिलाड़ी पीकेएल इतिहास में हुए। प्रो कबड्डी लीग को सफल बनाने में इन खिलाड़ियों का योगदान काफी रहा है। इनमें से कुछ खिलाड़ी संन्यास भी ले चुके हैं।
हर एक खिलाड़ी का सपना होता है कि जब वो संन्यास ले तो फिर उन्हें अपना आखिरी मैच जरूर खेलने को मिले और वो फैंस के सामने विदाई लें। हालांकि कुछ खिलाड़ियों का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है। ऐसे में हम आपको पीकेएल इतिहास के उन तीन दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं जिन्हें अपना रिटायरमेंट मैच नहीं खेलने को मिला।
3.जोगिंदर नरवाल
जोगिंदर नरवाल की कप्तानी में दबंग दिल्ली ने पीकेएल के 8वें सीजन का खिताब जीता था। इसके बाद वो 9वें सीजन के दौरान हरियाणा स्टीलर्स का हिस्सा बने थे और यही सीजन उनके लिए आखिरी सीजन साबित हुआ। जोगिंदर नरवाल ने अपने Pro Kabaddi करियर में 109 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उनके नाम 215 पॉइंट्स हैं। दिग्गज डिफेंडर को हरियाणा स्टीलर्स ने अपनी टीम में शामिल करते हुए कप्तान बनाया था, हालांकि चोटिल होने के कारण वो ज्यादातर समय एक्शन से ही दूर रहे थे। इसके बाद 10वें सीजन के ऑक्शन से पहले उन्होंने अचानक संन्यास ले लिया था और उन्होंने अपना रिटायरमेंट मैच खेलने का मौका नहीं मिला था।
2.राहुल चौधरी
राहुल चौधरी पीकेएल इतिहास के सबसे सफल रेडर्स में से एक रहे हैं। राहुल चौधरी पीकेएल के 11वें सीजन के ऑक्शन के दौरान अनसोल्ड गए थे और इसके बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपना आखिरी मैच 10वें सीजन के दौरान जयपुर पिंक पैंथर्स के लिए खेला था। राहुल चौधरी ने अचानक संन्यास लिया और इसी वजह से उन्हें अपना रिटायरमेंट मैच खेलने का मौका नहीं मिला था।
1.अनूप कुमार
'बोनस के बादशाह' कहे जाने वाले अनूप कुमार को भी पीकेएल में अपना रिटायरमेंट मैच खेलने को नहीं मिला था। वो 2018 के सीजन में जयपुर पिंक पैंथर्स का हिस्सा थे और टीम के कप्तान भी थे। हालांकि कप्तान होने के बावजूद अनूप कुमार अपना रिटायरमेंट मैच नहीं खेले थे। संन्यास का ऐलान करने के बाद वो प्लेइंग सेवन का हिस्सा नहीं बने थे। उन्होंने अपनी कप्तानी में दूसरे सीजन के दौरान यू-मुम्बा को खिताब जिताया था।