3 Reasons Why Bengal Warriorz Failed To Qualify For Playoffs : सातवें सीजन की चैंपियन टीम बंगाल वारियर्स प्रो कबड्डी लीग के 11वें सीजन से बाहर हो चुकी है। इस टीम ने अभी तक 19 मैच खेले हैं जिसमें से उन्हें केवल 5 ही मैचों में जीत मिली है और 11 मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में टीम के केवल 40 ही पॉइंट हैं। अगर बंगाल की टीम अपने बचे हुए सारे मैच जीतती भी है तब भी उनके 55 ही पॉइंट होंगे। जबकि टॉप-6 टीमों के पहले ही 60 पॉइंट हो चुके हैं। ऐसे में बंगाल प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है।
हम आपको उन तीन कारणों के बारे में बताते हैं जिससे बंगाल वारियर्स को पीकेएल के 11वें सीजन में प्लेऑफ की रेस से बाहर होना पड़ा है।
3.टीम का एकजुट होकर ना खेलना
बंगाल वारियर्स की टीम इस सीजन पूरी तरह से एकजुट होकर नहीं खेल पाई। जब रेडर्स चलते थे तो डिफेंडर्स फ्लॉप हो जाते थे और जब डिफेंडर्स चलते थे तो फिर रेडर्स अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते थे। इसी वजह से टीम ज्यादातर मुकाबले नहीं जीत पाती थी, क्योंकि किसी ना किसी डिपार्टमेंट में टीम कमजोर पड़ जाती थी और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
2.दबाव में बेहतर खेल ना दिखा पाना
बंगाल वारियर्स के साथ इस सीजन कई बार ऐसा हुआ कि वो मुकाबले में बराबरी की स्थिति में थे लेकिन आखिर में आकर मैच गंवा देते थे। जब ज्यादा बेहतर प्रदर्शन की जरूरत होती थी तब टीम पूरी तरह से बिखर जाती थी। खासकर आखिरी 10-15 मिनटों में बंगाल वारियर्स का प्रदर्शन वैसा नहीं रहता था और इसका भी खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
1.मनिंदर सिंह और नितेश कुमार जैसे दिग्गजों का फ्लॉप होना
बंगाल वारियर्स के हार की सबसे बड़ी वजह यह रही कि उनके दिग्गज खिलाड़ी फ्लॉप रहे। मनिंदर सिंह अभी तक केवल 99 पॉइंट ही हासिल कर पाए हैं। उनका औसत 10 का भी नहीं रहा है। डिफेंस में नितेश कुमार भी उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाए जितना उनसे उम्मीद लगाई जा रही थी। वो 18 मैचों में अभी तक 47 टैकल पॉइंट ही हासिल कर पाए हैं। इसी वजह से भी टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई।