3 teams who should not change coach in PKL 12: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) का 11वां सीजन समाप्त हुए लगभग दो सप्ताह होने वाले हैं। इस सीजन जहां कुछ टीमों के प्रदर्शन में शानदार बदलाव देखने को मिला तो वहीं कुछ टीमों के लिए सीजन काफी निराशाजनक भी रहा। बहुत कम ही टीम हैं जो बहुत लंबे समय तक एक ही कोच के साथ चलती रहें। कुछ ऐसी भी टीम देखने को मिली हैं जिनके प्रदर्शन में नया कोच आते ही बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिला है। 11वें सीजन में कुछ कोच ऐसे रहे जिन्होंने अपनी टीम से उनका बेस्ट निकलवाया। एक नजर ऐसे ही तीन टीमों पर जिन्हें उन्हें अगले सीजन कोच नहीं बदलने चाहिए।
#3 तेलुगू टाइटंस
पिछले तीन सीजन से लगातार अंतिम स्थान पर रहने वाली तेलुगू टाइटंस छह सीजन से प्लेऑफ में नहीं पहुंची थी। इस टीम ने सबकुछ आजमा लिया था, लेकिन टीम प्लेऑफ के करीब भी नहीं पहुंच पा रही थी। हालांकि, 11वें सीजन से पहले उन्होंने दबंग दिल्ली को चैंपियन बनने वाले कृष्ण कुमार हुड्डा को अपना कोच बनाया।
सीजन के बीच में ही पवन सेहरावत के चोटिल हो जाने और अपनी टीम के लगभग आधे मैच नहीं खेल पाने के बावजूद हुड्डा अपनी टीम को प्लेऑफ के बेहद करीब लेकर गए थे। छह सीजन के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि टाइटंस का खेल देखकर उनके चाहने वालों को आनंद प्राप्त हुआ। केवल चार पॉइंट के अंतर से टाइटंस इस बार प्लेऑफ में जाने का मौका चूकी थी।
#2 यूपी योद्धाज
PKL में अब तक सात सीजन खेल चुकी यूपी योद्धा ने छह सीजन में प्लेऑफ में अपना स्थान पक्का किया है। पिछले सीजन 11वें स्थान पर रहने के बाद यूपी की टीम इस बार सेमीफाइनल तक पहुंची थी। लीग में अपने पहले सीजन से ही यूपी ने जसवीर सिंह को अपना कोच बनाए रखा है। लगातार टीम को प्लेऑफ में ले जाने के बावजूद खिताब नहीं जीत पाना जसवीर की एक कमजोरी के रूप में देखा जा सकता है। हालांकि इसके बावजूद यूपी को अगले सीजन के लिए भी उन्हें कोच बनाए रखना चाहिए।
#1 हरियाणा स्टीलर्स
हरियाणा स्टीलर्स के कोच मनप्रीत सिंह इस समय PKL के सबसे चर्चित कोच हैं। लगातार दो सीजन अपनी टीम को फाइनल में ले जाना मामूली बात नहीं होती है। मनप्रीत ने हरियाणा को लगातार दो सीजन PKL का फाइनल खिलाया और उसमें से एक सीजन में अपनी टीम को चैंपियन बनाने में भी सफल रहे। इससे पहले गुजरात जॉयंट्स को भी वह फाइनल तक का सफर तय करा चुके हैं। मनप्रीत कितने अच्छे कोच हैं यह बताने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। हरियाणा की टीम फिलहाल जिस तरह का प्रोग्रेस कर रही है उन्हें कोचिंग स्टाफ में किसी तरह के छेड़छाड़ के कोई आवश्यकता नहीं होगी।