स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी सीजन 4 नजदीकी मुकाबलों में सबसे आगे रहा और सीजन से पहले हुई नीलामी को इसका प्रमुख कारण बताया जा रहा है। अंक तालिका में टॉप की टीम और अंतिम स्थान की टीम के बीच जो अंतर था, वो सभी सीजन के मुकाबले सबसे कम था। इस सीजन में कोई भी टीम किसी भी टीम को अपने दिन पर हराती हुई दिखी। उदाहरण के लिए पुनेरी पलटन ने अपने पहले ही मैच में चिर-प्रतिद्वंदी यू मुम्बा को मात दी थी। मुकाबले में आई रोमांचकता के कारण इस सीजन में कई मैच ऐसे हुए जो दर्शकों को काफी दिनों तक याद रहेंगे। आइये नज़र डालते हैं इस सीजन में हुए ऐसे ही 5 बेहतरीन मैचों के ऊपर: # यू मुम्बा 34-36 पटना पाइरेट्स - मैच 9 जयपुर में सीजन 2 की विजेता टीम का सामना सीजन 3 की विजेता पटना पाइरेट्स से था। यू मुम्बा की टीम इस बार कमज़ोर दिख रही थी, वहीँ पटना पाइरेट्स ने अपनी टीम को और मजबूत कर लिया था। ये मुकाबला दो शानदार रेडरों - परदीप नरवाल और रिशंक देवडिगा के बीच था। परदीप ने इस मैच में पटना के 36 में से 18 पॉइंट हसिल किया। रिशंक न भी मैच में 11 पॉइंट हासिल किया लेकिन उनका सुपर 10 भी पटना पाइरेट्स को रोक नहीं पाया। डिफेन्स में पटना के लिए बाजीराव होडागे ने 4 पॉइंट हासिल किया और अंत में पटना पाइरेट्स ने 36-34 से मुकाबला जीत लिया। # तेलुगु टाइटन्स 33-35 पटना पाइरेट्स - मैच 15 हैदराबाद लेग के इस मुकाबले में सीजन के दो बेहतरीन रेडरों - परदीप नरवाल और राहुल चौधरी के बीच मुकाबला था। दोनों खिलाड़ियों ने मैच में 11-11 पॉइंट हासिल करके अपना-अपना सुपर 10 पूरा किया। लेकिन पटना पाइरेट्स की तरफ से राजेश मोंडल भी इस मैच में शानदार फॉर्म में थे और उनके 7 पॉइंट के कारण पटना पाइरेट्स ने अंत में ये मैच 35-33 से जीतकर हैदराबाद के दर्शकों को निराश किया। # यू मुम्बा 27-28 बेंगलुरु बुल्स - मैच 49 मुंबई लेग के आखिरी मैच में पहले से बाहर हो चुकी बेंगलुरु बुल्स का सामना सेमीफाइनल की होड़ में बने रहने की कोशिश में लगी यू मुम्बा के साथ था। NSCI स्टेडियम में भारी संख्या में दर्शक मौजूद थे और उन्हें एक जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। यू मुम्बा के कप्तान अनूप कुमार ने 7 रेड पॉइंट और सुरजीत ने डिफेन्स में हाई फाइव हासिल किया। बेंगलुरु बुल्स के लिए रोहित कुमार ने 8 रेड पॉइंट हसिल किये लेकिन अंत में यू मुम्बा के पुराने खिलाड़ी और इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी मोहित छिल्लर ने अपने डिफेन्स से मुंबई की पार्टी खराब कर दी। आखिरी रेड तक मुकाबला बराबरी पर था और राकेश कुमार यू मुम्बा की तरफ से रेड में आये। मोहित छिल्लर ने एक ही टैकल से दर्शकों को निराश कर दिया और बेंगलुरु ने मुकाबला 28-27 से जीत लिया। ये मुंबई की घरेलू मैदान पर सिर्फ दूसरी हार थी। # पुनेरी पलटन 33-37 पटना पाइरेट्स - पहला सेमीफाइनल सीजन 4 का पहला सेमीफाइनल एक बहुत ही जबरदस्त मुकाबला था। दोनों टीमों की डिफेन्स और रेडिंग की ताकत बराबर थी और मुकाबला भी बराबरी का था। मैच की शुरुआत में पटना पाइरेट्स ने शिकंजा कसना शुरू किया और परदीप के साथ राजेश मोंडल और सुरजीत सिंह आसानी से पॉइंट ला रहे थे। इसके बाद पुणे की टीम ने वापसी की और दीपक निवास हूडा ने 9 पॉइंट हासिल किये। कप्तान मंजीत छिल्लर ने 7 टैकल पॉइंट हासिल करके पुनेरी पलटन के लिए उम्मीदें जगा दी थी। हालाँकि पटना के ऑलराउंड प्रदर्शन ने उन्हें फाइनल में पहुंचा दिया। परदीप के सुपर 10 के अलावा राजेश मोंडल ने 6 और सुरजीत सिंह ने 5 पॉइंट हासिल किये। कुलदीप ने डिफेन्स में हाई 5 किया और पटना पाइरेट्स ने पुनेरी पलटन को 37-33 से हरा दिया। # पटना पाइरेट्स 15-33 दबंग दिल्ली - मैच 26 पांच मैच लगातार जीतकर पटना पाइरेट्स के इरादे बुलंद थे और उनके सामने कमज़ोर दबंग दिल्ली की टीम थी। दिल्ली के लिए एक और कमज़ोर पक्ष ये था कि पटना अपने घरेलू मैदान पर खेल रही थी। हालाँकि दिल्ली की टीम ने बहुत बड़ा उलटफेर कर दिया। दिल्ली के कप्तान मिराज़ शेख ने 6 पॉइंट हासिल किये और पटना की डिफेन्स इस मैच में चारों खाने चित हो गई। दिल्ली की डिफेन्स एक किले की तरह थी और सचिन शिंगाडे ने 4 टैकल पॉइंट हासिल करके पटना की हालत और खराब कर दी। पटना के स्टार खिलाड़ी परदीप नरवाल सिर्फ तीन पॉइंट हासिल कर पाए और उन्हें 25 मिनट तक कोर्ट से बाहर रहना पड़ा। पटना पाइरेट्स को दबंग दिल्ली ने उनके घर में सबसे बड़ी हार दी। 18 अंकों से पटना पाइरेट्स के ऊपर दबंग दिल्ली की ये जीत प्रो कबड्डी इतिहास के सबसे बड़े उलटफेरों में शामिल हो गई है।