स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी सीजन-4 का नतीजा भी सीजन-3 की ही तरह रहा और पिछले सीजन की चैंपियन टीम पटना पाइरेट्स ही इस साल की चैंपियन रही, पर पांच हफ़्तों तक चलने वाला ये टूर्नामेंट बेहद ही रोमंचंक रहा और आखिरी वक़्त तक टीमें एक दूसरे को कड़ी टक्कर देती रहीं। इस साल की विजेता रही पटना पाइरेट्स ने लगातार दो सीजन अपने नाम कर इतिहास रच दिया। वैसे तो ये सीजन रेडर और डिफेंडर दोनों के नाम रहा, पर अगर देखा जाये तो कहीं हद तक रेडरों ने इस सीजन में बाज़ी मार ली। इसीलिए कहते हैं कि एक अच्छा रेडर सिर्फ वो नहीं होता जो अपनी टीम को रेड में पॉइंट दिलाये बल्कि वो होता है जिसकी दहशत से विपक्षी टीम सहमी हुई रहे। यहां ऐसे ही पांच खतरनाक रेडर हैं जिन्होंने विपक्षी टीम में दहशत तो मचाई साथ ही साथ अपनी टीम को जीत भी दिलाई। #5 रोहित कुमार (बेंगलुरु बुल्स) प्रो कबड्डी लीग का बड़ा नाम है रोहित कुमार, जिसने चारो सीजन में अपनी छांप छोड़ी है, साथ ही साथ सीजन-3 के MVP भी रहे हैं। सीजन-3 में उन्हें जिस तरह परदीप नरवाल का समर्थन मिला था इस सीजन बुल्स की तरफ से खेलते हुए उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिल पाया। इस सीजन में 5.36 के कामयाब स्ट्राइक रेट से रोहित ने कुल 93 रेड पॉइंट्स हासिल किये। 26 वर्षीय इस खिलाड़ी ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान काफी शांतिपूर्वक तरीके से खेला और कई मौकों पर अपनी टीम को जीत भी दिलाई, पर अफ़सोस उन्हें किसी और रेडर का साथ नहीं मिला पाया। उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उनकी टीम ने इस सीजन में अपना सफ़र छठे स्थान पर खत्म किया। #4 जसवीर सिंह (जयपुर पिंक पैंथर्स) सीजन-1 के चैंपियन रहे जयपुर के कप्तान जसवीर सिंह का सफ़र इस चौथे सीजन में बेहतरीन रहा, और उनके बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से उनकी टीम इस सीजन की उप-विजेता रही। जयपुर का ये कप्तान न ही केवल एक बेहतरीन रेडर रहा बल्कि अपने समर्थकों का भी दिल जीतने में कामयाब रहा। 32 वर्षीय इस खतरनाक खिलाड़ी ने इस सीजन में अपनी किक के दम पर दो बार एक मैच में 13 पॉइंट्स हासिल किये जिसमें से एक फ़ाइनल में पटना के खिलाफ आया पर अफ़सोस उनकी टीम फ़ाइनल अपने नाम नहीं कर पाई। जस्वीर के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर उनकी टीम तेलुगु टाइटंस को सेमी फ़ाइनल में हरा कर फ़ाइनल में अपनी जगह बना पाई थी। जसवीर ने इस सीजन में 4.57 प्रति मैच के औसत से रेड किये और टॉप रेडरों की सूची में पांचवें स्थान पर रहे। #3 दीपक निवास हुड्डा (पुणेरी पलटन) दीपक निवास के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत पुणे की टीम इस सीजन तीसरे स्थान पर रहने में कामयाब रही। टीम के कप्तान मंजीत चिल्लर की चोट के कारण मैच से बाहर रहने पर 22 वर्षीय दीपक ने टीम को बेहतरीन तरीके से संभाला। रोहतक के रहने वाले हुड्डा ने इस सीजन में 6.75 के प्रति मैच औसत से कुल 108 रेड किये। इसी के साथ वो सीजन-4 के बेहतरीन रेडरों में से एक रहे। #2 परदीप नरवाल (पटना पाइरेट्स) मैदान के बाहर शर्मीले अंदाज़ के लिए मशहूर इस खिलाड़ी को मैट पर पॉइंट्स लेने में कोई शर्म नहीं लगती और इसके दहशत से विपक्षी टीम सहमी सहमी रहती है। पिछले सीजन के साथी खिलाड़ी रोहित कुमार के इस बार टीम में न रहने के बावजूद परदीप ने पटना को बेहतरीन तरीके से संभाला और लाजवाब प्रदर्शन के दम पर चैंपियन बनाया। परदीप ने इस सीजन छह सुपर-टेन हासिल किये और फ़ाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जयपुर के विरुद्ध 16 पॉइंट्स हासिल किये। इस सीजन उनके नाम 131 रेड पॉइंट्स रहे और वो भी 6.25 प्रति मैच की दर से। साथ ही साथ परदीप नरवाल इस सीजन के MVP भी रहे। #1 राहुल चौधरी (तेलुगु टाइटंस) पिछले तीनों सीजन की तरह ही इस सीजन भी राहुल चौधरी का प्रदर्शन लाजवाब रहा, हालाँकि तीसरा सीजन राहुल के लिए थोड़ा निराशाजनक रहा था पर इस सीजन में फिर से बेहतरीन प्रदर्शन करके उन्होंने ये साबित कर दिया की क्यों वो इस खेल के एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। राहुल ने इस सीजन में परदीप नरवाल को रेड में पीछे छोड़ते हुए 146 रेड पॉइंट्स के साथ पहला स्थान हासिल किया है, हालाँकि उनकी टीम ने इस सीजन में अपना सफ़र तीसरे स्थान पर ख़त्म किया। राहुल ने 6.88 प्रति मैच के औसत से रेड की और इस सीजन के नंबर-1 रेडर बन कर उभरे, साथ ही साथ राहुल इस प्रो कबड्डी लीग के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 500 पॉइंट्स का आंकड़ा पार किया है।