प्रो कबड्डी सीजन 5 का सफ़र आधा तय हो चुका है। इस सीजन खेले जाने वाले 12 लेग में 6 लेग समाप्त हो गए है। 40 दिनों से लगातार चल रही कबड्डी लीग में कई स्टार खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है साथ ही कुछ नए और युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन को भी खूब सरहाया गया है। नए और युवा खिलाड़ियों के बीच एक दूसरे के प्रति बहुत उम्दा खेल देखा गया लेकिन कुछ ही उभरते हुए खिलाड़ियों ने इस सत्र में अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीता है। प्रो कबड्डी लीग 2017 में अभी तक 5 उभरते हुए खिलाड़ियों पर एक नजर : दर्शन जे. (तमिल थलाइवाज) तमिल थलाइवाज की तरफ से कबड्डी लीग में पहली बार खेल रहे दर्शन जे. ने टीम में राइट कवर की भूमिका बखुबी निभाई है। तमिल की टीम ने इस सत्र निराशाजनक प्रदर्शन किया लेकिन 19 वर्षीय इस ख़िलाड़ी ने अपने खेल से सभी विपक्षी टीमों को दुविधा में डाला है। सीजन की शुरुआत में दर्शन टीम के पहले 7 खिलाड़ियों में शामिल नहीं थे लेकिन मौका मिलने पर उन्होंने अपने आप को टीम का अहम ख़िलाड़ी साबित किया। दर्शन ने इस लीग में 7 मैच खेले और 20 टैकल अंक प्राप्त किये। परवेश भैसवाल (गुजरात फार्च्यूनजायंट्स) गुजरात फार्च्यूनजायंट्स ने इस सत्र अपने डिफेंस की बदौलत सबसे दमदार प्रदर्शन किया है और लीग में सबसे ज्यादा मैच जीत कर टॉप पर बनी हुई है। टीम की डिफेंस ईरानी जोड़ी के साथ टीम में लेफ्ट कवर के रूप में युवा ख़िलाड़ी परवेश ने इस सत्र सबसे बेहतरीन खेल दिखाया है। पिछले सत्र जयपुर की तरफ परवेश ने ख़राब प्रदर्शन किया था लेकिन इस सत्र उन्होंने अपने दमदार डिफेंस से स्टार रेडर्स को बाहर का रास्ता दिखाया। परवेश ने इस साल 12 मैच खेलते हुए 21 टैकल पॉइंट्स हासिल किये और उभरते हुए खिलाड़ियों में अपनी एक पहचान बनाई। विकास कंडोला ( हरियाणा स्टीलर्स) हरियाणा स्टीलर्स की तरफ से इस सत्र नम्बर एक रेडर के रूप में युवा ख़िलाड़ी विकास का नाम सबसे ऊपर है। अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी में विकास ने इस सत्र रेडिंग में विपक्षी टीम के डिफेंस में भूचाल मचा कर रखा दिया। विकास कंडोला ने हरियाणा की तरफ से इस सत्र 44 रेड पॉइंट्स हासिल किये। हालांकि पिछले कुछ मैचों से यह ख़िलाड़ी चोट के कारण बाहर है लेकिन लंबे समय तक चलने वाली प्रो कबड्डी लीग में विकास की वापसी हरियाणा की टीम के लिए शानदार रहेगा। सुरिंदर सिंह (यू मुम्बा) किसी भी नए ख़िलाड़ी के लिए स्टार खिलाड़ियों के बीच में होने पर, अपने आप को एक बेहरतीन ख़िलाड़ी साबित करना मुश्किल होता है लेकिन यू-मुम्बा के सुरिंदर सिंह ने अनूप कुमार, काशिलिंगे अडके और सबीर बापू की मौजूदगी में अपने आप को डिफेंस में साबित किया है। हाल ही में उन्होंने कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन उनका दमदार प्रदर्शन लीग के शुरुआत में देखने को मिला और आगे होने वाले मैचों में वह अपनी वापसी कर यू-मुम्बा की जीत में अपना योगदान जरुर देते हुए नजर आयेंगे। सचिन (गुजरात फार्च्यूनजायंट्स) गुजरात टीम की डिफेंस का दारोमदार ईरानी जोड़ी के हाथ में है, तो उनका रेडिंग डिपार्टमेंट कप्तान सुकेश हेगड़े के साथ युवा ख़िलाड़ी सचिन के हाथों में है। इस सत्र गुजरात के शानदार खेल की वजह सचिन का प्रदर्शन रहा। सचिन ने गुजरात की तरफ कुल रेडिंग अंकों में से 43% रेडिंग अंक प्राप्त किये। सचिन ने इस सत्र खेले गए सभी मैचों में 77 अंक प्राप्त किये और इस लीग में सबसे ज्यादा रेड प्राप्त करने में वह 5वें स्थान पर बने हुए हैं।