ईरान के कप्तान पिछले सत्र की खोज माने गए, जब उन्होंने बड़े मंच पर तीन बार की फाइनलिस्ट यू मुंबा की टीम से खेला। 24 वर्षीय फजेल ने अपने प्रदर्शन से अनुभवी डिफेंडर सुरेंदर नाडा और विशाल माणे को टीम से बाहर कर मुंबा को फाइनल तक पहुंचाया। बाएं तरफ के डिफेंडर के लिए नीलामी में काफी जद्दोजहद हुई, जिसमें पटना पाइरेट्स 38 लाख की मोटी रकम चुकाकर जीता। इस बोली के साथ ही फजेल ने टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे महंगे ईरानी कबड्डी खिलाड़ी की दौड़ में मेराज शेख और हादी ओश्तोरक को काफी पीछे छोड़ दिया। संदीप नरवाल और सुनील कुमार के जाने से फजेल पर गत चैंपियन के डिफेंस विभाग की जिम्मेदारी होगी।
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