काशीलिंग अडाके एक प्रतिभाशाली रैडर है और इस खेल में भारत के उज्जवल खिलाड़ियों में से एक हैं। सिर्फ 23 वर्ष की उम्र में अडाके ने दबंग दिल्ली के लिए दोहरी जिम्मेदारी निभाई है। वह एक सफल रैडर होने के साथ-साथ कप्तान की भूमिका भी बखूबी अदा करते हैं। भले ही टूर्नामेंट में उनकी टीम का प्रदर्शन शानदार ना रहा हो, लेकिन काशी नाम से लोकप्रिय इस खिलाड़ी ने काफी लोगों को प्रभावित किया है। महाराष्ट्र स्थित सांग्ली के काशी तीनों ही सत्रों में शीर्ष 10 रैडरों में शामिल रहे। पहले सत्र में 113 अंकों के साथ वह पांचवे स्थान पर थे। दूसरे सत्र में 100 अंक का आंकड़ा पार करने वाले काशी अकेले खिलाड़ी रहे। तीसरे सत्र में उन्होंने 114 अंक हासिल किए। उन्होंने दबंग दिल्ली की तरफ से 39 मैचों में 235 सफल रैड और 14 टैकल अंक हासिल किए। युवा काशी काफी खतरनाक रैडर हैं और विरोधी टीम के लिए उन्हें रोकना आसान नहीं होता। उनकी प्रतिभा से अधिकांश लोग प्रभावित हैं और वह दिन ज्यादा दूर नहीं जब वह भारत के भी महान कबड्डी खिलाड़ी बनें।