राहुल चौधरी पहले सत्र के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी थे, और निःसंदेह सत्र की खोज थे। स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी की शुरुआत से पहले इस खिलाड़ी को कम ही लोग जानते थे और अब वह तेलुगु टाइटन्स के कप्तान हैं। इसके साथ ही उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वह टूर्नामेंट के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक रहे और तीनों ही सत्रों में शीर्ष पांच रैडर्स में शामिल रहे। तेलुगु टाइटन्स के कप्तान ने पहले सत्र के शीर्ष-10 सर्वश्रेष्ठ रैडरों की सूची में 151 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था। पहले स्थान पर अनुप कुमार थे। उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन दूसरे सत्र में भी जारी रखा और 98 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे सत्र में 87 अंकों के साथ राहुल चौथे स्थान पर रहे। कुलमिलाकर टाइटन्स की तरफ से 41 मैचों में राहुल ने 336 रैड अंक हासिल किए, जो कि प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में किसी भी खिलाड़ी द्वारा हासिल किए सर्वाधिक अंक हैं। काफी लोकप्रियता हासिल कर चुके राहुल से विरोधी टीम सहम कर रहती है और वह अकेले के दम पर मैच का नक्शा बदलने की काबिलियत रखते हैं। वह एक कौशलपूर्ण और प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं, जिससे समझ आता है कि कबड्डी का भविष्य सुरक्षित हाथों में हैं।