स्टार स्पोर्ट्स प्रो कबड्डी के तीनों सत्रों में रिषांक एक ने खुद को एक बेहतर खिलाड़ी के रूप में विकसित किया है। वह यू मुंबा के लिए पहले दो सत्रों में करो-या-मरो- विशेषज्ञ खिलाड़ी थे, लेकिन तीसरे सत्र में वह प्रमुख रैडर बन गए। अनुप कुमार राष्ट्रीय जिम्मेदारी के कारण तीसरे सत्र में ज्यादा नहीं खेलते दिखाई दिए, ऐसे में रिषांक के कंधों पर भार आ गया था, लेकिन उन्होंने जरा भी निराश नहीं किया। वह टीम के प्रमुख रैडर रहे और तीसरे सत्र में टॉप रैडरों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे। वह तीसरे सत्र में 100 से अधिक अंक हासिल करने वाले तीन खिलाड़ियों में शामिल रहे। उन्होंने मुंबा के लिए 45 मैचों में 214 रैड व 36 डिफेंस अंक हासिल किए। इस निडर युवा को जिम्मेदारी लेने में कोई दिक्कत नहीं होती और बेहतरीन प्रदर्शन करके वह सबको अपना मुरीद बना लेते हैं, अपना दिन होने पर, रिषांक किसी भी विरोधी टीम की धज्जियां उड़ा सकते हैं।