फार्च्यूनजायंट्स गुजरात के कप्तान सुकेश हेगड़े आज जिस मुकाम पर खड़े हैं उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया है। जो उनके मेहनत भरे सफर की कहानी बयां करने के लिये काफी है। खराब एकेडमिक परिणामों के कारण शुरुआती सालों में कबड्डी की अधिक प्रैक्टिस शुरु कर दी। जिसके बाद उन्हें कॉलेज के प्रथम वर्ष में आखिरकार ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिला। सुकेश एक ड्राइवर के बेटे थे लेकिन उनकी सोच हमेशा कुछ बड़ा करने की थी, इसके लिए जब विजया बैंक ने उन्हें उनके सपने को पूरा करने का एक मौका दिया तो वह मैंगलोर जैसे छोटे से शहर से निकल कर बैंगलोर चले गये। इसके बाद तेलगु टाइटंस ने सुकेश के दरवाजे पर दस्तक दी और अपने करियर को नयी ऊंचाईयां देने के लिए सुकेश ने अवसर का भरपूर फायदा उठाया। प्रो कबड्डी के पांचवे सीज़न में उन्हें गुजरात ने अपनी टीम में शामिल किया और इस बार वह टीम को लीड करने की भूमिका में नजर आयेंगे।