अजय ठाकुर को अगर भारत की जीत का हीरो कहा जाए तो एक प्रतिशत भी गलत नहीं होगा, अजय पूरे शो के सितारे की तरह नजर आए। एक बढ़िया कबड्डी प्लेयर होने के साथ उनमे तेज बुद्धीमानी भी है, हिमाचल प्रदेश का ये रेडर आज भारतीय कबड्डी का सुपर स्टार बन गया है। फाइनल में अजय के 12 अंको की बदौलत ही भारत यह विश्व कप जीत सका। बता दें कि फाइनल में भारत ने ईरान को 38-29 के अंतर से ट्रॉफी उठाई थी। मैच के बाद अजय के टीम के साथी मनजीत छिल्लर नें बताया कि वो पहले ही बता चुके थे कि हम ही विश्व कप जीतेंगे और सुबह उन्होंने कहा था कि मैं अकेले के दम पर ये मैच भारत को जिताउंगा और जैसा कि सबने देखा उसने जो कहा था वो कर दिखाया। मैच के बाद ये कहानी हमें मनजीत ने बताई : अजय ही अकेले खिलाड़ी नहीं थे जिनको भारत की जीत का पूर्वानुमान था बल्कि कप्तान अनुप कुमार ने भी ये बात विश्व कप शुरु होने से पहले स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत के दौरान कही थी। शायद ये सब पहले से सितारों में लिखा था पुनेरी पलटन के इस राइडर ने अपनी चोटों के बावजूद सारी समस्याओं से पार पाते हुए अपने खेल से आग लगा दी और टूर्नामेंट खत्म होते होते वो 64 पॉइंट्स के साथ टॉप पर थे। नीली जर्सी पहनकर भारत के लिए मैदान में उतरने वाले अजय को उनके प्रो कबड्डी के प्रदर्शन के चलते कम आंका जा रहा था, लेकिन इस खिलाड़ी ने अपने खेल से सबको गलत साबित करते हुए चौंका दिया। और अब विश्वकप में भारत को इससे काफी उम्मीदें थी और अजय ने किसी को मायूस नहीं किया। लगातार तीन बार सुपर 10 अपने नाम करने वाले इस खिलाड़ी का औसत 6.8 रहा, जो हर मुकाबले के बाद बढ़ता गया और इसने भारत को अपने दम पर चैंपियन बना दिया। मैच के दौरान अजय के बेहतरीन खेल का प्रभाव कोर्ट के दोनों तरफ साफ दिख रहा था। अजय ने मैच के बाद अपनी चोट के बारे में बात करते हुए कहा कि "कबड्डी एक शारीरिक खेल है और चोट इस खेल का एक हिस्सा है।" उन्होंने कहा कि "जब मैं खेलने लौटा तो बलवान सर और भास्करन सर ने हमसे जमकर प्रेक्टिस करवाई, हमें बहुत विश्वास भी दिया और मोटीवेट किया, उन्होनें हमसे कहा कि हमसे बेहतर यहां कोई नहीं है और अगर हम अपनी योजनाओं पर चलते गये तो हमे जीतने से कोई नहीं रोक सकता।" मनजीत ने अजय के बारे में कहा कि "वो दुनिया के सबसे अच्छे रेडर्स में से एक हैं। आप उनका हौसला बढ़ाते रहिये और वे आपके लिए पॉइंट्स लाते रहेंगे , हमने प्रो कबड्डी लीग के सीजन 1 से देखा है कि वह दबाव में भी परफॉर्म करते हैं।" छिल्लर ने कहा, "अजय ने हमेशा जरूरत पड़ने पर परफॉर्म किया है चाहे बेंगलूरू की बात हो या पुनेरी पलटन टीम की और यहां भी वो देश के लिए हर बार जरुरत के वक्त में काम आए। " वे आगे कहते हैं कि "वो अजय ही हैं जिन्होनें सही समय पर मैच की दशा ही बदल दी और हम ट्रॉफी जीत सके।" आगे भी वो अजय के बहतरीन प्रदर्शन की चर्चा करते दिखे। उन्होंने अजय द्वरा हर मौके पर टीम के लिए दिये गये योगदान के बारे में बताया और कहा कि मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है ,उन्होने ये भी कहा कि ये पूरी टीम की जीत है और इसके हीरो अजय हैं। चलिए अजय के 2016 कबड्डी विश्व कप फाइनल नंबरों पर नजर ड़ाल लेते हैं : कुल एटेम्पट : 17 सफल एटेम्पट : 10 असफल एटेम्पट : 2 खाली एटेम्पट : 3 टच अंक : 10 बोनस अंक : 2 कुल अंक : 12